उत्तर प्रदेश (UP News) में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं. बलिया जिले में हुई धांधली के बाद अब मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नाम पर महराजगंज जिले में फर्जीवाड़ा सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट की माने तो सरकार की ओर से शादी के बाद मिलने वाली राशि और गृहस्थी के सामान के लालच में बिचौलियों ने भाई और बहन के बीच फेरे करवा दिए. इसकी जानकारी होने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मालूम हो कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी करने पर सरकारी राशि और ढ़ेर सारे गृहथी के सामन मिलते हैं, जिसके लालच में इस तरह का फर्जीवाड़ा जमकर हो रहा है.
फर्जीवाड़ा की खबर के बाद मचा हड़कंप
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लाभार्थी कजरी ग्राम पंचायत के रहने वाले हैं. इस मामले की चर्चा क्षेत्र में होने पर जब जिम्मेदारों की भद पिटने लगी तब आनन फानन में इस पर एक्शन लिया गया. बीडीओ ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दिए जाने वाले 35,000 रुपए पर रोक लगा दी है. वही शादी में दिया गया सामान भी वापस मंगवा लिया है.
झांसी में भी हुआ था फर्जीवाड़ा
बता दें कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नाम पर यह कोई फर्जीवाड़ा का पहला मामला नहीं है. इससे पहले ही इस तरह की धांधली की ख़बरें आ चुकी है. इससे पहले झांसी में आयोजित हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में भी फर्जीवाड़ा सामने आया था. झांसी से पहले बलिया में सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया था. यहां 25 जनवरी को 537 जोड़ों की शादी कराई गई थी, लेकिन इसमें दर्जनों जोड़े नकली निकले थे.