Mallikarjun Kharge on Opposition Walkout: बुधवार (3 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया. इस दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया. विपक्षी सांसदों का कहना था कि विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति नहीं दी गई. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी झूठ बोल रहे थे, इसलिए पार्टियों ने राज्यसभा से वॉकआउट किया.
खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, “पीएम मोदी का दावा है कि हम संविधान के खिलाफ हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा-आरएसएस, जनसंघ और उनके राजनीतिक पूर्वजों ने भारत के संविधान का जमकर विरोध किया था. उन्होंने उस समय डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर और पंडित जवाहरलाल नेहरू के पुतले जलाए थे. यह एक शर्मनाक बात थी और लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान था.”
संविधान को लेकर कही ये बात
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सच तो यह है कि डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने संविधान का मसौदा तैयार करने का श्रेय कांग्रेस पार्टी को दिया था. मुझे राज्यसभा के माध्यम से भारत की जनता के सामने इन दो बातों पर जोर देना था.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर द्वारा 30 नवंबर 1949 में लिखे गए शब्दों को दोहराया, जिसमें कहा गया था कि प्राचीन भारत में अद्वितीय संवैधानिक विकास का कोई उल्लेख नहीं है. लेकिन हमारे संवैधानिक पंडितों (अम्बेडकर) के लिए इसका कोई मतलब नहीं है.
डॉ. अंबेडकर ने दिया था कांग्रेस को श्रेय
इसके साथ ही उन्होंने (Mallikarjun Kharge) लिखा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने 25 नवंबर, 1949 को संविधान सभा में संविधान पर अपनी समापन टिप्पणी में कहा था कि जब विधानसभा ने मुझे मसौदा समिति के लिए चुना तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ. जब मसौदा समिति ने मुझे अपना अध्यक्ष चुना तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ. प्रारूप समिति में मुझसे बड़े, बेहतर और अधिक सक्षम लोग थे. यह कांग्रेस पार्टी के अनुशासन के कारण ही है कि मसौदा समिति प्रत्येक अनुच्छेद और प्रत्येक संशोधन के भाग्य के बारे में निश्चित ज्ञान के साथ विधानसभा में संविधान का संचालन करने में सक्षम थी. इसलिए, विधानसभा में संविधान के मसौदे को सुचारू रूप से पारित करने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरे श्रेय की हकदार है.
Also Read-