विभिन्न किसान संगठनों के दिल्ली कूच करने के आह्वान के बाद किसानों ने दिल्ली की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है. इस बीच हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच संग्राम शुरू हो गया है. पुलिस ने ड्रोन के जरिये किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. जिस वजह से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
किसानों के प्रदर्शन के बीच कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार को घेरा है. कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस मामले में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की और बीजेपी सरकार से पाँच सवाल किए.
- उन्होंने सवाल करते हुए कहा है कि क्या देश के अन्नदाता न्याय मांगने दिल्ली नहीं आ सकते?
- क्या सरकार मानती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर कब्ज़ा करना चाहते हैं?
- देश के अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाएं?
- जब किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय है तो फिर किसान की राह में कीलें और कंटीली तारें क्यों?
- क्या मोदी सरकार को देश की मिट्टी का दर्द और आत्महत्या करते अन्नदाताओं की वेदना सुनाई नहीं देती?
जैसे किसी दुश्मन ने…
सुरजेवाला ने कहा कि जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज़ को दबाने के लिए बीजेपी सरकार ने देश की राजधानी दिल्ली को ‘पुलिस छावनी’ में तब्दील कर दिया है, जैसे किसी दुश्मन ने दिल्ली की सत्ता पर हमला बोल दिया हो.
उन्होंने आगे कहा कि अन्नदाताओं की न्याय की हुंकार से केंद्र सरकार डरी हुई है. वह एक बार फिर अंग्रेज के दौर के पुराने दमनकारी आंदोलनों की याद दिला रही है. दिल्ली की सत्ता में बैठे क्रूर और अहंकारी सत्ताधारियों से हमारा सिर्फ इतना सवाल है कि क्या देश का अन्नदाता किसान और खेत मजदूर न्याय मांगने देश की राजधानी नहीं आ सकता है?