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Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज (23 जुलाई) मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट (Budget 2024) लोकसभा में पेश किया. बजट को लेकर अब विपक्ष के नेता हमलवार हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार के इस बजट को “नकलची बजट” बताया है.
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लिखा कि कांग्रेस के न्याय के एजेंडे को ठीक तरह से कॉपी भी नहीं कर पाया मोदी सरकार का “नकलची बजट”. मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी “रेवड़ियां” बांट रहा है, ताकि NDA बची रहे. ये “देश की तरक्की” का बजट नहीं, “मोदी सरकार बचाओ” बजट है.
मोदी सरकार का नकलची बजट (Budget 2024)- मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि10 साल बाद उन युवाओं के लिए सीमित घोषणाएं हुईं हैं, जो सालाना दो करोड़ नौकरियों के जुमले को झेल रहे हैं. किसानों को लिए केवल सतही बातें हुईं हैं, डेढ़ गुना MSP और आय दोगुना करना – सब चुनावी धोखेबाज़ी निकली. ग्रामीण वेतन को बढ़ाने का इस सरकार का कोई इरादा नहीं है. दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक, माध्यम वर्ग और गांव-ग़रीब लोगों के लिए कोई भी क्रांतिकारी योजना नहीं है, जैसी कांग्रेस-UPA ने लागू करी थी. “ग़रीब” शब्द केवल स्वयं की ब्रांडिंग करने का ज़रिया बन गया है, ठोस कुछ भी नहीं है.
महिलाओं के लिए बजट (Budget 2024) में कुछ भी नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि महिलाओं के लिए इस बजट (Budget 2024) में ऐसा कुछ नहीं है, जिससे उनकी आर्थिक क्षमता बढ़े और वो वर्कफोर्स में अधिक से अधिक शामिल हों. उल्टा महंगाई पर सरकार अपनी पीट थपथपा रही है, जनता की गाढ़ी कमाई लूट कर वो पूंजीपति मित्रों में बांट रही है.कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, जन-कल्याण और आदिवासियों पर बजट में आवंटन से कम खर्च किया है क्योंकि ये भाजपा की प्राथमिकताएँ नहीं हैं। इसी तरह पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) पर 1 लाख करोड़ कम खर्च किया है, तो फिर नौकरियां कहां से बढ़ेंगी?
खड़गे ने कहा कि शहरी विकास, ग्रामीण विकास, Infrastructure, Manufacturing, MSME, Investment, EV योजना – सब पर केवल Document, Policy, Vision, Review आदि की बात की गई है, पर कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है. आये दिन रेल हादसे हो रहें हैं, ट्रेनों को बंद किया गया है, कोच की संख्या घटी है, आम यात्री परेशान हैं, पर बजट (Budget 2024) में रेलवे के बारे में कुछ नहीं कहा गया है, कोई जवाबदेही नहीं है. Census व जातिगत जनगणना पर भी कुछ नहीं बोला गया है, जबकि ये पाँचवा बजट है जो बिना Census के प्रस्तुत किया जा रहा है. ये हैरान कर देने वाली अप्रत्याशित नाकामी है, जो लोकतंत्र और संविधान के ख़िलाफ़ है.
20 मई 2024, यानि चुनाव के दौरन ही, मोदी जी ने एक साक्षात्कार में दावा किया था कि “100 दिनों का Action Plan हमारे पास पहले से ही है” जब Action Plan, दो महीने पहले था, तो कम से कम बजट (Budget 2024) में ही बता देते. बजट में न कोई Plan है, और भाजपा केवल जनता से धोखेबाज़ी करने के Action में व्यस्त है.
बजट (Budget 2024) पर बोले गौरव गोगोई
वहीं लोकसभा में उप नेता गौरव गोगोई ने बजट (Budget 2024) को लेकर कहा कि वित्त मंत्री का ये बजट बहुत ही निराशजनक था. ये पूरा बजट सरकार की कमजोरी और अस्थिरता का उदाहरण था. पूरा बजट मानो तो प्रदेशों और दो राजनीतिक दलों को तवज्जो देना था क्योंकि सरकार कही न कही अपनी कुर्सी बचानी है. इसमें मध्यम वर्ग, किसानों और बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं था. लेकिन ये जरूर है कि इसमें उन उद्योगपतियों के लिए बहुत कुछ था जो भाजपा को चंदा देते हैं.
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