Child Vaccination

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Child Vaccination: UPA की सरकार में पोलियो टीकाकरण के मामले में भारत ने एक रिकॉर्ड बनाया था. लेकिन वैश्विक टीकाकरण रिपोर्ट में मोदी सरकार की बड़ी सामने आई. वैश्विक टीकाकरण रिपोर्ट में कहा था कि भारत का बाल टीकाकरण (Child Vaccination) स्तर अभी भी महामारी से पूर्व के स्तर तक नहीं पहुंचा है.

बच्चों को DPT और खसरे की खुराक नहीं लगी

इसे लेकर आज राज्यसभा में विपक्ष के उप नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, “WHO और UNICEF ने अपनी वैश्विक टीकाकरण (Child Vaccination) रिपोर्ट में कहा है कि भारत का बाल टीकाकरण स्तर अभी भी महामारी से पूर्व के स्तर तक नहीं पहुंचा है. क्योंकि राष्ट्रीय कार्यक्रम 2023 में 16 लाख बच्चों को DPT और खसरे की खुराक नहीं दी गई है. यह गंभीर मामला है.  2023 में 1.6 मिलियन ZERO खुराक वाले बच्चे 2022 की तुलना में 45% अधिक हैं.”

मोदी सरकार ने की बड़ी लापरवाही

उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र की दो एजेंसियों ने कहा है कि भारत उन 52 देशों में एक है, जहां सर्वाइवल कैंसर होने के बावजूद टीकाकरण पैकेज में HPV टीकाकरण को शामिल नहीं किया है. हमने पहले देखा है कि कैसे UPA की सरकार में पोलियो टीकाकरण (Child Vaccination) का रिकॉर्ड बनाया था. हमने कई सारी बीमारियों का उन्मूलन किया, लेकिन मोदी सरकार इस मामले में लापरवाही कर रही है.  

UPA सरकार में लगे 17 करोड़ से ज्यादा टीके

कांग्नेस नेता ने कहा, सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में कैंसर का दूसरा सबसे बड़ा कारण है. महिलाओं में होने वाले लगभग 18% कैंसर सर्वाइवल कैंसर के कारण है. शून्य खुराक वाले बच्चों के मामले में ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण होने वाले हैं. शून्य खुराक वाले बच्चों के मामले में भारत नाइजीरिया, कांगो, इथोपिया, सूडान और पाकिस्तान दुनिया के सबसे 10 खराब देशों में एक है. एक तरफ 2012 को 1 दिन 19 फरवरी में  UPA 2 की सरकार में 17 करोड़ से ज्यादा बच्चों का पोलियो टीकाकरण (Child Vaccination) जब हुआ था तो दुनिया ने सराहा था.

पूनावाला ने भाजपा के इलेक्ट्रॉल बॉन्ड खरीदें

प्रमोद तिवारी ने कहा, आज हम 10 सबसे खराब देशों में आ गए और टीके (Child Vaccination) के मामले में भी हमें चयन करना पड़ेगा. कोरोना काल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्ष के बहुत से नेताओं ने ये सलाह दी थी कि एस्ट्रोजेनिक की जो कोविशील्ड है. वो अभी टेस्ट नहीं, उसको ना लगाया जाए. लेकिन लंदन में कोर्ट में ये कंपनी ने स्वीकार किया है कि इससे सडन डेथ के मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. तो जहां इन्हें एक तरफ इस बात का ध्यान रखना. ये अलग बात है कि पूनावाला ने 52 करोड़ इनके ( BJP) इलेक्ट्रॉल बॉन्ड खरीदे. 

वैक्सीन लेने वाले लोगों मेंदुष्प्रभाव की संभवना

बता दें कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन भारत में कोविशील्ड नाम से बनी है और इसकी खुराक करोड़ों लोगों को दी जा चुकी है। एस्ट्राजेनेका ने ब्रिटिश कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज में माना था कि वैक्सीन लेने वाले लोगों में साइड इफेक्ट संभव है। इसमें थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) जैसे दुर्लभ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आने के बाद भारत में भी इसे लेकर गंभीर चिंताएं थी. वहीं बता दें कि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 तक भारत में कोविशील्ड की 1.7 बिलियन से अधिक खुराकें दी गईं।


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