मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (N Biren Singh) ने अप्रवासियों को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि साल 1961 के बाद से मणिपुर में जो भी लोग बसे हैं, उन्हें जल्द ही डिपोर्ट (निर्वासित) किया जाएगा. हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो इतनी जल्दी अवैध अप्रवासियों का निर्वासन मुश्किल है. खासकर कि जब तक उन्हें उनके अपने देश नागरिक के रूप में मान्यता नहीं देते.
सीएम बीरेन ने किया ऐलान
बता दें कि सीएम बीरेन (N Biren Singh) ने पड़ोसी देश म्यांमार से आए अप्रवासियों के एक वर्ग पर अशांति फैलाने का आरोप लगाया है और इससे जल्द से जल्द निपटने का ऐलान किया है. सीएम बीरेन ने प्रोजेक्ट बुनियाद के लॉन्च पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 1961 से जो लोग राज्य में आकर बसे हैं, चाहे वे किसी भी जाति या समुदाय के हों, उनकी पहचान की जाएगी और उन्हें निर्वासित किया जाएगा.
एक साल से चल रही हिंसा
मणिपुर में पिछले एक साल से लगातार हिंसा चल रही है. अब तक कई जानें जा चुकी हैं. यह हिंसा 3 मई 2023 को शुरु हुई थी. कुकी और मैतेई समुदाय के बीच यह हिंसा चल रही है. 15 सितंबर, 2023 तक 175 लोगों की हिंसा में जान चली गई थी, वहीं 1108 लोग घायल थे. इस बीच 32 लोग गायब हो गए और 4,786 घरों को जला दिया गया. इसके बाद से भी लगातार मौतें होती रही हैं.
Also Read–
Farmers Protests: दिल्ली आ रहे किसानों पर कार्रवाई को मायावती ने बताया गलत, केंद्र सरकार को दी नसीहत
Watch: पहले दिन करीब 100 किसान हुए घायल, राहुल गांधी ने जाना घायलों का दर्द