कांग्रेस ने सोमवार (12 फरवरी) को केंद्र के मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मोदी सरकार की ‘गारंटी’ पाए सवाल उठाया. साथ ही मोदी की ‘गारंटी’ को ‘जुमला’ करार दिया. कांग्रेस नेता ने इस दौरान मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल का कुछ डेटा भी साझा किया.
इतना ही नहीं, सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए व्हाइट पेपर को फर्जी करार दिया. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मोदी सरकार का श्वेत पत्र झूठ है और जनता को गुमराह करने वाला है. विडंबना यह है कि सरकार ने श्वेत पत्र में अपने 10 साल के कार्यकाल को फर्जी तरीके से संसद में रखा. इससे भी बड़ी विडंबना ये है कि मोदी सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड नहीं दिखा रही बल्कि उसने 10 साल पहले कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के समय का लेखा- जोखा प्रस्तुत किया है.
मोदी सरकार कहती है कि बेरोजगारी नहीं है
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि मोदी सरकार कहती है कि बेरोजगारी नहीं है, जबकि IT कंपनियों ने साल 2023 में 2 लाख 60 हजार नौकरियां घटा दीं. उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार कहती थी कि 15 लाख आएंगे. लेकिन देश से भागने वालों को आज तक नहीं ला पाई.
इसके साथ ही कांग्रेस ने किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार कहती कि किसानों की आय दोगुनी होगी. लेकिन किसान दिन में 27 रुपए कमा रहा है. मोदी सरकार कहती है कि 25 करोड़ लोगों को गरीबी सीमा से बाहर निकाला गया, तो देश भुखमरी इंडेक्स में 111वें स्थान पर क्यों है?
इन मुद्दे पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा
- हर साल 2 करोड़ रोजगार
- 15 लाख सबके खाते में आएंगे
- 100 दिन में वापस आएगा काला धन
- पेट्रोल-डीजल 35 रुपए/लीटर मिलेगा
- 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी
- 2022 तक 5 ट्रिलियन इकोनॉमी होगी
- 2022 तक सभी के सिर पर छत होगी
- 2022 तक 100 स्मार्ट सिटी बनेंगी