Ajay Mishra Teni: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार (2 मार्च) को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की. जिसके बाद किसानों में रोष बढ़ गया. दरअसल, बीजेपी ने लखीमपुर खीरी से एक बार फिर अजय मिश्रा टेनी को टिकट दे दी. ये खबर जैसे ही बाहर आई, लोगों ने अपने अपने विचार देना शुरु कर दिया. कुछ का मानना था कि बीजेपी का अजय मिश्रा को टिकट देने किसानों पर तमाचा मारने जैसा है.
‘मोदी सरकार ने हमारे जले पर नमक छिड़का’
वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने भी वीडियो जारी पर इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हमारे जले पर नमक छिड़का है. इसके साथ ही सरवन सिंह ने कहा कि हमारा आंदोलन तब तक समाप्त नहीं होगा, जब तक अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है. उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा लखीमपुर खीरी के किसानों के कातिल हैं, उनके खिलाप 120(बी) का पर्चा डाला हुआ है.
पंधेर का कहना है कि अजय मिश्रा को टिकट देकर मोदी सरकार ने देशभर के किसानों और मजदूरों का हृदय दुखी किया है. देश के किसान और मजदूर मोदी सरकार से इसका बदला जरूर लेंगे. उन्होंने आगे कहा कि किसान आंदोलन तब तक जारी रखेंगे, जब तक लखीमपुर खीरी का इंसाफ नहीं मिल जाता.
क्या हुआ लखीमपुर खीरी में?
3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में किसान मोदी सरकार के तीन कृषि कानून और अजय मिश्रा टेनी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. तभी अयज मिश्रा के इशारे पर उनके बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने प्रदर्शनकारी किसानों को थार जीप से कुचल दिया. घटना में 4 किसानों की जान चली गई, जबकि कई किसान घायल हुए थे. इस पूरी घटना के बाद भड़की हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी.
इस हिंसा के बाद से लखीमपुर की जनता में, खासकर मजदूरों और किसानों में अजय मिश्रा को लेकर भारी नाराजगी है. ऐसे में उनके जीतने के आसार भी बहुत कम हो जाते हैं.