बीजेपी ने शनिवार को लोकसभा चुनावों के लिए 195 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लेकिन बीजेपी की असल परेशानी यह है कि पार्टी के दिग्गज नेता एक एक कर चुनाव से दूरी बना रहे हैं. पार्टी नेताओं ने चुनाव न लड़ने को लेकर तरह तरह के बहाने बनाए हैं.
गौरतलब है कि पहले बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया, फिर झारखंड के हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने भी कहा कि उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त किया जाए. इसके बाद भोजपुरी स्टार पवन सिंह से भी बीजेपी का टिकट मिलने के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया. जिसको लेकर विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर हैं.
भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे…किसने सोचा था
कांग्रेस के बाद अब यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि किसने सोचा था कि भाजपा के ऐसे दिन भी आएँगे, “कुछ उम्मीदवार टिकट मिलने से पहले कुछ और काम को ज़्यादा ज़रूरी बताने का बहाना करके दावेदारी छोड़ देंगे. कोई खेल को राजनीति से अधिक गंभीर मानकर बाहर जाने की बात करेगा, कोई पर्यावरण के बहाने पतझड़ी भाजपा से बाहर निकलने के लिए प्रार्थना पत्र लिखेगा. कोई टिकट कटने पर संन्यास लेने का ऐलान कर देगा, कोई टिकट मिलने के बाद भी दूर से ही सोशल मीडिया पर अपने व्यक्तिगत कारणों से टिकट को ठुकरा देगा. “
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा एक दल के रूप में इतनी कमज़ोर कभी नहीं थी. अब तो जनता के अलावा, भाजपा वाले भी ख़ुद ही कह रहे हैं कि ‘नहीं चाहिए भाजपा.