Akhilesh Yadav Offer: लोकसभा चुनाम के नतीजे आने के बाद भाजपा में घमासान मचा हुआ है. खासकर उत्तर प्रदेश में बीजेपी लोकसभा चुनाम में मिली करारी हार को पचा नहीं पा रही है. यही कारण है कि पार्टी के अंदर अंदरूनी कलह की स्थिति बनी हुई है. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव लगातार चुटकी ले रहे हैं. अब अखिलेश यादव ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सरकार बनाने का खुला ऑफर दिया है.
अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट कर लिखा, मानसून ऑफ़र: सौ लाओ, सरकार बनाओ! यूपी की सियासी हलचल पर नजर रखने वाले अखिलेश यादव का इशारा साफ समझ रहे हैं. सपा प्रमुख के इस ट्वीट को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से जोड़कर देखा जा रहा है.
बता दें कि बीजेपी में उभरे अंतर्विरोध पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यह कोई पहली बार नहीं तंज कसा है. ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) देने से पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में यूपी में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है. तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम बीजेपी दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए बीजेपी अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है.
ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) देने से पहले मजे ले चुके हैं सपा मुखिया
ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) देने से पहले केशव प्रसाद मौर्या का नाम लिए बिना अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि ‘लौट के बुद्धू घर को आए’. मालूम हो कि यूपी में पार्टी के अंदर मचे घमासान के बीच केशव प्रसाद मौर्य को दिल्ली तलब किया गया था. वहां उनकी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई.इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले गए. सोशल मीडिया पर लोगों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया कि यूपी की बीजेपी सरकार में बहुत कुछ बदलाव की संभावना है.
क्यों खुला ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) दे रहे अखिलेश
दरअसल, यूपी में बीजेपी के अंदर खींचतान की स्थिति बहुत पहले से बनी हुई है लेकिन यह खुलकर सबके सामने तब आई, जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का दर्द छलक पड़ा. केशव ने बयान दिया था कि संगठन सरकार से बड़ा है. कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है. संगठन से बड़ा कोई नहीं. कार्यकर्ता ही गौरव है. केशव के इस बयान को सीएम योगी आदित्यनाथ से जोड़कर देखा जाने लगा.
अखिलेश यादव ने ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) से पहले कसा था तंज
बुधवार शाम अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि दिन-पर-दिन कमज़ोर होती भाजपा में टकराव और भटकाव का दौर शुरू हो गया है. भाजपा खेमों में बंट गयी है. भाजपा के एक नेता महोदय अपने ही शीर्ष नेतृत्व के दिए नारे को नकार रहे हैं. कोई मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि बैकफ़ुट पर जाने की ज़रूरत नहीं है, जो उछल-कूद कर रहे हैं वो बैठा दिये जाएंगे. कोई कह रहा है संगठन सरकार से बढ़ा है. तो कोई सहयोगी दल हार का कारण दिल्ली-लखनऊ के नेतृत्व के ऊपर डाल रहा है. कोई वीडियो बनाकर बयान दे रहा है, कोई चिट्ठी लिख रहा है.
भाजपा में एक-दूसरे को कमतर दिखाने के लिए कठपुतली का खेल खेला जा रहा है. सबकी डोरी अलग-अलग हाथों में है. भाजपा में पर्दे के पीछे की लड़ाई सरेआम हो गयी है. इंजन ही नहीं अब तो डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं.
अखिलेश यादव के ऑफर (Akhilesh Yadav Offer) से पहले बोले केशव मौर्या
हालांकि, अखिलेश यादव के इस पोस्ट पर केशव मौर्या ने भी प्रतिक्रिया दी. डिप्टी सीएम ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘सपा बहादुर अखिलेश यादव, भाजपा की देश और प्रदेश दोनों जगह मजबूत संगठन और सरकार है. सपा का PDA धोखा है. उत्तर प्रदेश में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है. बीजेपी 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी’.
Also Read: Terrorist Attack: डोडा में सेना के शिविर पर आतंकी हमला, 2 जवान घायल
पानी की किल्लत से जूझते दिल्लीवासी, अब सरकार ने उठाया ये कदम