Unemployment News: देश में एक तरफ परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की घटनाएं आम हो चुकी है. वहीं, दूसरी तरफ बेरोजगारी अपने चरम पर है. परीक्षाओं में हो रहे भ्रष्टाचार ने युवाओं का मनोबल तोड़ दिया है तो दूसरी तरफ बेरोजगारी से परेशान युवा अवसाद में जो रहा है. जिससे युवाओं में नकारात्मकता फैल रही है. हाल ही में बिहार की राजधानी पटना में रहने वाले एक युवक ने बेरोजगारी से तंग आकर अपनी जान दे दी.
2 साल से भटक रहा था नौकरी के लिए
युवक पिछले 2 साल से नौकरी की तलाश में भटक रहा था. लेकिन जब उसे कोई रोजगार नहीं मिला तो अवसाद में चला गया और अंत में हार मान कर उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक का नाम हरीश बगेश (27 वर्ष) है. वह पटना का रहने वाला है. इसके अलावा जब हरीश की मौत की खबर उसकी पत्नी संचिता को मिली तो उसने भी गोरखुर में छत से कूदकर जान दे दी. वहीं बताया जा रहा है कि मृतक 2 साल पहले एमबीए की बढ़ाई कर मुंबई में एक प्राइवेट बैंक में नौकरी कर रहा था. लेकिन पत्नी की तबीयत खराब होने की वजह से वह नौकरी छोड़ वापस आ गया था. जिसके बाद उसने नौकरी की तलाश की। लेकिन कोई रोजगार नहीं मिला.
मिली जानकारी के मुताबिक, वह अपनी पत्नी का इलाज अपने ससुराल गोरखपुर में रह रहा था. 5 जुलाई को मृतक वहां से पटना जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन पटना न जाकर वह बनारस आ गया और सारनाथ के मवैया स्थित एक होमस्टे में रुक गया. यहां उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पति की मौत की खबर सुनकर संचिता सदमे में आ गई. उसने घर की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. संचिता की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया.
सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. उधर, हरीश के शव का भी पोस्टमार्टम हो गया है. फिलहाल, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि बिहार की राजधानी पटना के युवक ने आत्महत्या के लिए बनारस को ही क्यों चुना. हालांकि पुलिस ने होटल के कमरे से मादक पदार्थ के साथ सिगरेट आदि समान को बरामद किया है.