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Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंसा और आगजनी के बीच सोमवार को तख्तापलट हो गया. प्रधानमंत्री शेख हसीने ने पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया है. वहीं सेना ने राष्ट्र के नाम एक टेलीविजन संबोधन में कहा है कि सेना अंतरिम सरकार बनाएगी. बता दें कि बांग्लादेश में हिंसक झड़पों में अब तक 300 लोगों की मौत हो चुकी है. बांग्लादेश से इस बीच हिंदूओं पर हमले की खबरें आई हैं. जानकारी के मुताबिक, उपद्रवी हिंदूओं के घरों में लूटपाट कर रहे हैं और उनपर हमला कर रहे हैं.
भारत में हुई सर्वदलीय बैठक (Bangladesh Violence)
बांग्लादेश की स्थिति पर भारत पूरी निगरानी रखे हुए हैं. इसे लेकर आज सुबह 10 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इसमें विपक्ष की ओर से नेता विपक्ष राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए हैं. इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी बैठक में मौजूद रहे.
हिंदूओं के घरों को बनाया जा रहा निशाना (Bangladesh Violence)
बांग्लादेश में हिंसा के बीच हिंदूओं को निशाना बनाया जा रहा है. हिंदूओं के घरों में आग लगाई जा रही है. यहां तक कि मेहरपुर इस्कॉन मंदिर में भी दंगाइयों ने तोड़फोड़ करने के बाद मंदिर को आग के हवाले कर दिया. आगजनी के बाद की इस्कॉन मंदिर की तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें कहीं टूटी हुई भगवान की मूर्तियां दिखाई दे रही हैं तो कहीं जला हुआ सामान दिखाई दे रहा है.
बांग्लादेशी मीडिया द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 27 जिलों में हिंदूओं के घरों और दुकानों पर हमला किया गया है. उपद्रवियों ने हिंदूओं के घरों से कीमती सामान लूट लिया. हिंदूओं के मंदिर पर भी हमला किया गया. इसके अलावा लालमोनिरहाट सदर उपजिले में धार्मिक हिंदू कार्यों से जुड़े पूजा समिति के सचिव प्रदीप चंद्र रॉय के घर में तोड़फोड़ और लूटपाट की गई है.
शशि थरूर ने जताई चिंता (Bangladesh Violence)
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि भारत बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ा है. बांग्लादेश से , हिंदूओं के घरों, मंदिरों और व्यक्तियों पर हमले की परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं. हम सभी ने कल लूटपाट की तस्वीरें देखई. हो सकता है कि कुछ दिनों में स्थिति शांत हो जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो शरणार्थियों के हमारे देश में भाग जाने का भी जोखिम है और यह गंभीर चिंता का विषय होगा.
शशि थरूर ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे उच्चायुक्त और हमारे कर्मचारी सुरक्षित हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम अभी नहीं जानते कि अंतरिम सरकार में कौन होगा. जमात-ए-इस्लामी के बढ़ते प्रभाव के बारे में भारत में कुछ चिंताएं हैं, जिसने अतीत में भारत के प्रति बहुत शत्रुतापूर्ण रवैया अपनाया है.
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