India-China Border Dispute: चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश को लेकर टिप्पणी की है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन और भारत की सीमा का कभी सीमांकन नहीं किया गया है और ये पूर्वी सेक्टर, मध्य सेक्टर, पश्चिमी सेक्टर और सिक्किम सेक्टर में विभाजित हो गया. चीन ने कहा कि भारत ने 1987 में अवैध कब्जे वाले चीन के इलाके पर तथाकथित अरुणाचल प्रदेश का गठन किया था.
लद्दाख पर भी किया कब्जा
सिर्फ अरुणाचल प्रदेश ही नहीं, लद्दाख पर भी चीन की बूरी नजर है. चीन लगातार लद्दाख की सीमा में घुसपैठ करता जा रहा है. इसे लेकर लद्दाख के मशहूर क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक बीते 21 से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. उन्होंने हाल ही में ऐलान किया था कि लद्दाख से लगभग 10,000 लोग इस महीने चीन की सीमा तक मार्च करेंगे ताकि यह दिखाया जा सके कि हमने अपनी कितनी जमीन पड़ोसी देश को खो दी है.
कांग्रेस ने की निंदा
भारत के कई हिस्सों पर चीन (India-China Border Dispute) कब्जा करता जा रहा है लेकिन मोदी सरकार इसपर चुप्पी साधे हुए है. चीन को जवाब देना तो दूर, उलटा पीएम मोदी देश की जनता से झूठ बोल रहे हैं कि चीन और भारत की सीमा पर सबकुछ ठीक है. विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार इसपर आवाज उठा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चीन के दावों की निंदा की है. उन्होंने कहा, “अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अविभाज्य हिस्सा है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अरुणाचल प्रदेश पर चीन के किसी भी दावे की कड़ी निंदा और विरोध करती है.”
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि एक महीने में यह चौथी बार है, जब चीन ने अपने सर्वोच्च पद से पूरी तरह से हास्यास्पद दावे किए हैं. स्थानों का नाम बदलकर और दूसरे देशों से संबंधित क्षेत्रों के नक्शे दोबारा बनाकर बेतुके दावे करने में चीन का रिकॉर्ड जगजाहिर है. दलगत राजनीति से परे हटकर, हम भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में एक साथ हैं.
खरगे ने पीएम मोदी को घेरा
इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार को भी घेरा. उन्होंने कहा कि यह भी रेखांकित किया जा सकता है कि चीनी जुझारूपन पीएम मोदी द्वारा अपने “लाल आंख” पर कार्रवाई नहीं करने और 19 जून, 2020 को गलवान पर चीन को क्लीन चिट देने का परिणाम है, जहां 20 भारतीय बहादुरों ने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. चाहे वह अरुणाचल प्रदेश के करीब सीमा पर गांवों का निर्माण करना हो या फिर सीमा के पास रहने वाले हमारे लोगों का अपहरण करना हो. मोदी सरकार की ‘प्लीज चाइना पॉलिसी’ ने हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है.
खरगे ने आगे कहा, “लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी ‘मोदी की चीनी गारंटी’ का राग अलापा जा रहा है. हमें अब भी उम्मीद है कि मोदी सरकार को चीनियों को उनके दयनीय दावों का कड़ा जवाब देना चाहिए. हम अपनी सीमाओं पर शांति और अमन चाहते हैं.”
Also Read-
Kejriwal Arrest: PM आवास का घेराव करने निकले AAP कार्यकर्ता, छावनी में तब्दील हुई सेंट्रल दिल्ली
मोदी सरकार करती रह गई चुनावी दौरे, ये घोषणाएं कर बाजी मार गई कांग्रेस