Amethi Lok Sabha Election 2024: जानें यूपी की अमेठी सीट का इतिहास
Amethi Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट कई सालों से कांग्रेस पार्टी की धरोहर रही है. इस सीट से संजय गांधी से लेकर राजीव गांधी, सोनिया गांधी और फिर राहुल गांधी भी सांसद रह चुके हैं. इस बार कांग्रेस पार्टी ने अमेठी सीट से किशोरी लाल शर्मा को उतारा है, जो काफी समय से अमेठी और रायबरेली में पार्टी की रणनीति संचालित कर रहे हैं. केएल शर्मा के खिलाफ बीजेपी की तरफ से महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं.
अमेठी का इतिहास
यूपी की यह सीट कांग्रेस के गढ़ के रूप में जानी जाती है क्योंकि 21 सालों तक इस सीट से गांधी परिवार का कोई न कोई सदस्य जीतता रहा है. साल 1967 में अस्तित्व में आने के बाद से ही यह गांधी परिवार का पर्याय बन गई. शुरुआती दो बार के चुनाव में कांग्रेस के विद्या धर बाजपेयी यहां से जीते और सांसद बने. हालांकि साल 1977 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी को यहां हार का सामना करना पड़ा, लेकिन तीन साल बाद ही 1980 के आम चुनाव में उन्होंने वापस इस सीट को जीत लिया. हालांकि उसी साल संजय गांधी की एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई.
सालों से है कांग्रेस का दबदबा
संजय गांधी की मृत्यु के बाद उनके भाई राजीव गांधी ने 1981 में हुए उपचुनाव में अमेठी (Amethi Lok Sabha Election 2024) से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 1984 से 1991 तक यह सीट राजीव गांधी के नाम रही. लेकिन 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद यह सीट फिर से खाली हो गई. इसके बाद अमेठी में फिर उपचुनाव हुआ, जिसमें कांग्रेस के सतीश शर्मा ने भारी मतों से जीत हासिल की. सतीश शर्मा ने यहां से 1996 का भी चुनाव जीता, लेकिन 1998 में वो हार गए. इसके बाद 1999 में सोनिया गांधी ने इस सीट पर चुनाव लड़ा और जीतीं. सोनिया गांधी के बाद उनके बेटे राहुल गांधी 2004 से 2014 तक लगातार तीन बार यहां से सांसद चुने गए. वहीं, 2019 में बीजपी की स्मृति ईरानी ने इस सीट से जीत हासिल की.
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