Mahatma Gandhi statue: BJP शासित असम के तिनसुकिया जिले में महात्मा गांधी की प्रतिमा हटाने को लेकर हंगामा मचा हुआ है. स्थानीय लोगों ने इसको लेकर आपत्ति जाहिर की है. उनका कहना है कि ऐसा लगता है कि मानो अंग्रेजों का राज फिर लौट आया हो. वहीं प्रतिमा हटाए जाने के बाद राज्य में राजनीति भी गरमा गई है. कांग्रेस के पूर्व विधायक दुर्गा के नेतृत्व में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. जिसमें उन्होंने असम सरकार पर निशाना साधा.
घंटाघर नहीं बनने देंगे
दुर्गा भूमिज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘हम राष्ट्रपिता की प्रतिमा के स्थान पर घंटाघर नहीं बनने देंगे. वे घंटाघर कहीं और बना सकते हैं, लेकिन गांधी की प्रतिमा अपने मूल स्थान पर ही रहनी चाहिए. यह उनका अपमान है. लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है.’ जानकारी के मुताबिक, डूमडूमा कस्बे में घंटाघर का निर्माण करने केलिए महात्म गांधी की 5.5 फीट की प्रतिमा को बुधवार को क्रेन की मदद से हटा दिया गया.
जनता के आक्रोश के बाद डूमडूमा के भाजपा विधायक रूपेश गोवाला ने गुरुवार को आश्वासन दिया कि घंटाघर के अलावा मूल स्थल पर छह महीने के भीतर महात्मा गांधी की एक नई और ऊंची प्रतिमा (6.5 फीट) का निर्माण किया जाएगा. वहीं, इस घटना के 2 दिन बीत जाने के बाद असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी.
सीएम सरमा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट कर लिखा,”मुझे जिला प्रशासन द्वारा लिए गए इस निर्णय की जानकारी नहीं है. मुझे तथ्यों को सत्यापित करने दीजिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि असम महात्मा गांधी का बहुत आभारी है.” एक स्थानीय व्यक्ति ने दावा किया कि गांधी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था. घंटाघर के कारण उनकी प्रतिमा को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए. इसे कहीं और बनाया जाना चाहिए.
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