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Varanasi News: जौनपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां 6ठी कक्षा की नाबालिग दलित छात्रा से गैंगरेप किया गया. रेप के बाद बदमाशों ने उसे वाराणसी में फेंक दिया. लड़की खून से लथपथ थी और उसके कपड़े फटे हुए थे. पीड़िता ने रो-रोकर लोगों से अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई. पीड़ित छात्रा को फिलहाल मेडिकल के लिए भेजा गया है.
भाजपा नेता की बेटी है पीड़िता (Varanasi News)
जानकारी के मुताबिक, पीड़ित छात्रा बीजेपी नेता की बेटी है. पीड़िता जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है. छात्रा शुक्रवार की सुबह 7 बजे स्कूल जा रही थी, जब रास्ते में 4 नकाबपोश बदमाशों ने उसे अगवा कर लिया. इसके 9 घंटे बाद बदमाशों ने उसे वाराणसी (Varanasi) में करीब 4 बजे आजमगढ़ बाईपास स्थित तराव गांव के फेंक दिया और फरार हो गए.
छात्रा के कपड़े फटे हुए थे और वह खून से लथपथ थी. कुछ दूर चलने पर ही वह सड़क किनारे गिरकर बेहोश हो गई. वहां से गुजर रहे लोगों ने पीड़िता की मदद की और उसके चेहरे पर पानी मारा. होश में आने के बाद पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई.
पुलिस कर रही सीसीटीवी की जांच
घटना की जानकारी मिलने के बाद वाराणसी (Varanasi) पुलिस ने छात्रा के पिता को बुलाया और उसे घर भिजवाया. छात्रा ने थाने में अपना बयान दे दिया है. इस पूरे मामले में एसीपी सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने कहा कि लड़की ने बयान दिया है कि उसके साथ रेप हुआ है. हालांकि रेप की पुष्टि मेडिकल टेस्ट से ही होगी. इस मामले में जौनपुर के चंतवक थाने में एफआईआर दर्ज की जा रही है. उन्होंने बताया कि बदमाशों को ट्रेस करने के लिए सीसीटीवी फुटेज दिखवाए जा रहे हैं.
वहीं जौनपुर के एसपी सिटी ब्रजेश कुमार ने कहा कि बच्ची को बोलेरो सवार 4 युवकों ने अगवा कर लिया था. बच्ची वाराणसी में मिली है. उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ मारपीट की गई है. तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. रेप की अभी पुष्टि नहीं है.
अखिलेश यादव ने इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है और न्याय की मांग की है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अखिलेश यादव ने कहा, “कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की माँग है.”
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