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Rape of Dalit Girl in Barabanki: यूपी के बाराबंकी में पुलिस की एक शर्मनाक वारदात का खुलासा हुआ है. यहां पहले एक नाबालिग दलित लड़की का अपहरण किया गया, फिर उसके साथ 4 दिन तक दुष्कर्म किया गया. मामला पुलिस तक पहुंचा तो यूपी पुलिस ने घंटों तक पीड़िता और उसके परिजनों को थाने में बैठाए रखा और फिर आखिर में जबरन दबाव बनाकर पीड़िता और आरोपी के बीच 1 लाख रुपए में समझौता करवा दिया. मामला गरमाया तो एसपी ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया.
पुलिस ने नहीं दर्ज की FIR
बताया जा रहा है पहले तो पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर एफआईआर नहीं दर्ज की और जब एफआईआर दर्ज की तो तहरीर में बदलाव करवा दिया. इस दौरान पीड़िता (Rape of Dalit Girl in Barabanki) और उसके परिजनों को करीब 10 घंटे थाने में बैठाए रखा. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने एक लाख रुपए में रेप का समझौता करवा दिया. फिलहाल शिकायत मिलने पर एसपी ने थाना प्रभारी अरुण प्रताप सिंह को लाइन हाजिर और चौकी इंचार्ज मनोज कुमार को निलंबित कर दिया है. साथ ही पीड़िता के मामा की शिकायत पर रेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अब मामले की जांच कर रही है.
क्या है अपहरण और रेप की कहानी? (Rape of Dalit Girl in Barabanki)
जानकारी के मुताबिक, यह घटना मसौली थाना क्षेत्र की है. यहां गांव की रहने वाली एक 16 वर्षीय दलित लड़की को गांव के अंकित वर्मा ने 22 अगस्त को किडनैप कर लिया. फिर उसे शहर के एक होटल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. अगले दिन आरोपी लड़की को गाजियाबाद ले गया और वहां भी उसके साथ 3 दिन तक दुष्कर्म करता रहा. 4 दिन बाद अंकित ने लड़की को गांव के बाहर छोड़ दिया और फरार हो गया.
एक लाख में हुई सुलह
पीड़िता के मां-बाप नहीं हैं. वह अपने मामा-मामी के साथ रहती है. पीड़िता के मामा ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत (Rape of Dalit Girl in Barabanki) की तो त्रिलोकपुर चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने जबरन सुलह करवा दिया. ये सुलह 1 लाख रुपए में हुआ. आरोपी ने 50 हजार कैश दिया और 50 हजार रुपए ऑनलाइन खाते में भेजा.
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