Lal Krishna Advani: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. पीएम मोदी ने लिखा कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.
लालकृष्ण आडवाणी का परिचय (Lal Krishna Advani )
जन्म: 8 नवंबर 1927, कराची (पाकिस्तान)
पिता का नाम: किशन चंद आडवाणी
माता का नाम: ज्ञानी देवी आडवाणी
1936-1942- कराची के सेंट पैट्रिक्स स्कूल में पढ़ाई, 10वीं तक रह क्लास में किया टॉप
1942– राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ में शामिल हुए
1942– भारत छोडो आंदोलन के दौरान गिडूमल नैशनल कॉलेज में दाखिला।
1944– कराची के मॉडल हाई स्कूल में बतौर शिक्षक नौकरी
12 सितंबर, 1947– बंटवारे के बाद सिंध से दिल्ली के लिए रवाना
1957- अटल बिहारी वाजपेयी की सहायता के लिए दिल्ली शिफ्ट हुए।
1958-63– दिल्ली प्रदेश जनसंघ में सचिव का पदभार संभाला.
1960-1967– ऑर्गनाइजर में शामिल, यह जनसंघ द्वारा प्रकाशित एक मुखपत्र है।
फरबरी 25, 1965– श्रीमती कमला आडवाणी से विवाह, प्रतिभा एवं जयंत-दो संतानें
अप्रैल 1970– राज्यसभा में प्रवेश
दिसंबर 1972– भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष नियुक्त किए गए।
26 जून, 1975– बैंगलोर में आपातकाल के दौरान गिरफ्तार, भारतीय जनसंघ के अन्य सदस्यों के साथ जेल में कैद।
मार्च 1977 से जुलाई 1979– सूचना एंव प्रसारण मंत्री
मई 1986- भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बने
1980-86– भारतीय जनता पार्टी के महासचिव बनाए गए
मई 1986– भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बनाए जाने का ऐलान.
3 मार्च 1988– दोबारा पार्टी अध्यक्ष बने।
1988– सरकार में बने गृह मंत्री
1990– सोमनाथ से अयोध्या, राम मंदिर रथ यात्रा का शुभारंभ
1997- भारत की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती मनाते हुए स्वर्ण जयंती रथ यात्रा का उत्सव
अक्टूबर 1999 – मई 2004- केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, गृह मंत्रालय
जून 2002 – मई 2004- उप-प्रधानमंत्री
क्या कहा पीएम मोदी ने?
अपने एक्स अकाउंट पर पीएम मोदी ने लिखा-मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी. हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है. उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं.