BJP Government
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BJP Government ने मध्य प्रदेश से बेरोजगारी को एक झटके में खत्म कर दिया है. अब राज्य में आपको एक भी बेरोजगार नहीं मिलेगा. अब भाजपा ने ये करामात कैसे किया है, वो भी जानिए. दरअसल मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार की नामकरण नीति ने अब एक नया मोड़ ले लिया है.
एमपी में बेरोजगारों को अब बोला जाएगा ‘आकांक्षी युवा’
मोहन यादव सरकार ने सड़कों, रेलवे स्टेशनों और फिर जिलों के नाम के बाद अब बेरोज़गारी का भी रीब्रांडिंग कर दिया है. अब राज्य में बेरोज़गारों को बेरोजगार नहीं, “आकांक्षी युवा” कहे जाएंगे. मतलब जगहों के नाम बदलने के बाद अब बेरोजगार युवाओं की बदहाली को भी नया नाम दे रही है बीजेपी सरकार.
एमपी की BJP Government के तौर-तरीके से ही बात करें तो कुछ सरकारी आंकड़ों की बात कर लेते हैं. जुलाई में राज्य में 25 लाख 82 हजार आकांक्षी युवा थे. दिसंबर में आकांक्षी युवाओं की संख्या बढ़कर 26 लाख 17 हजार हो गई और अब प्रदेश में कुल 29 लाख 36 हजार आकांक्षी युवा हैं. ये तो बात थी मध्य प्रदेश की. अब बात करते हैं पूरे देश की.
BJP Government का अमृतकाल बना विषकाल
BJP Government कहें या फिर मोदी सरकार कहें, इनका अमृतकाल, युवाओं के लिए काल बनता जा रहा है. आंकड़े कहते हैं कि देश में रोज करीब 45 युवा नौकरी न मिलने के कारण अपनी जिंदगी भगवान के नाम कर दे रहा है. क्योंकि दुनिया के किसी देश में युवाओं का भविष्य इतना असुरक्षित नहीं है, जितना भारत के युवाओं का है.
आंकड़ों की ही मानें तो हर साल 60 हजार से ज्यादा युवा बेरोजगारी से तंग आकर मौत को गले लगा रहे हैं. जोकि काफी ज्यादा चिंताजनक और डरावना है. अमृतकाल के नाम पर मोदी सरकार ने देश को विषकाल की तरफ धकेल दिया है.
जिन राज्यों में BJP Government वहां सबसे ज्यादा पेपर लीक
जहां-जहां BJP Government है, वहां छात्रों की स्थिति सबसे खराब है. उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, असम और छत्तीसगढ़ जैसे बड़े राज्यों से हर रोज परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की खबरें आती है. वहां न तो समय से परीक्षाएं होती है, न ही समय से परीक्षाओं का रिजल्ट आता है. अरे छोड़िए टाइम पर परीक्षा होना. जब पेपर ही लीक हो जाता है तो टाइम पर पेपर क्या दे पाएंगे युवा.
इन राज्यों में सिपाही से लेकर SDM तक का पेपर लीक हो जाता है. NEET, TET, CPMT, RO, SI जैसे कंपटीशन परीक्षा से लेकर एंट्रेस परीक्षाओं तक के पेपर लीक होते हैं. परीक्षाओं में इस तरह के भ्रष्टाचार से पिछले 10 सालों में 2 करोड़ से ज्यादा पढ़े-लिखे युवाओं की जिंदगी बर्बाद हुई है.
30 लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली, मगर नहीं हो रही भर्ती
आज देश में केंद्र और राज्यों को मिलाकर 30 लाख से ज्यादा सरकारी पद खाली है. मगर इन पर कोई भर्तियां नहीं हो रही है, क्योंकि पेपर लीक हो जाते हैं, क्योंकि सरकार भर्ती करना चाहती है, क्योंकि BJP Government को कोई फर्क नहीं पड़ता है कि देश के युवा जान दे रहे हैं या फिर बेरोजगारी से तंग आकर नशे का शिकार हो रहे हैं. कहा जाता है कि युवाशक्ति देश की रीढ़ होती है. मगर युवाओं की जिंदगी को तबाह कर देश को खोखला करने का काम कर रही है मोदी सरकार.
BJP Government में पेपरलीक आम बात
BJP Government में भर्तियों में भ्रष्टाचार और पेपरलीक आम बात हो चुकी है. अपना पेट काटकर, खेत बेचकर मां-बाप बच्चों को पैसा भेजते हैं, बच्चे दिन-रात मेहनत करते हैं. यहां तक की जवानी गला देते हैं तैयारी के लिए. मगर जैसे ही वे किसी भी सरकारी भर्ती के लिए परीक्षा देने जाते हैं. तो उन्हें ट्रेन से उतरते ही एक नोटिफिकेशन मिलता है कि पेपर कैंसिल हो गया है. क्योंकि पेपर ही लीक हो गया.
वर्ल्ड बैंक का आंकड़ा डराने वाला
वर्ल्ड बैंक का आंकड़ा कहता है कि BJP Government में साल 2022 के बाद भारत में युवा बेरोजगारी दर बढ़कर 23% से अधिक हो गया है, मतलब की खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. जोकि पाकिस्तान, बांग्लादेश और भूटान से भी अधिक है. जिससे कंपेयर कर खुद को महान बताती है मोदी सरकार.
मोदी सरकार में अबतक 22 करोड़ से ज्यादा लोगों ने नौकरी के लिए फॉर्म भरा. लेकिन नौकरी मिला कितनों को. महज 22 लाख लोगों को. बाकी के जो बचे हैं वे बेरोजगार हैं. माफ कीजिएगा आकांक्षी युवा हैं.
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