पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद आरलएडी के NDA में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के अध्यक्ष नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने रविवार को रालोद प्रमुख जयंत चौधरी पर निशाना साधा. नरेश टिकैत ने कहा कि यह फैसला लेने से पहले जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को उन लोगों से चर्चा कर लेनी चाहिए थी जो तीन पीढ़ियों से उनसे जुड़े हैं.
सलाह लेनी चाहिए थी
टिकैत ने रविवार को पत्रकरों से बात करते हुए कहा कि राजनीति में दुश्मन कब दोस्त बन जाए, पता नहीं चलता. जयंत चौधरी की अपनी सोच है लेकिन उन्हें कम से कम उन लोगों से सलाह लेनी चाहिए थी जो तीन पीढ़ियों से उनके साथ हैं. टिकैत ने कहा कि उन्हें इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा.
चरण सिंह किसानों के मसीहा थे
टिकैत ने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे और वह भारत रत्न के हकदार थे. उन्होंने कहा कि उन्हें (चरण सिंह) यह सम्मान पहले ही मिलना चाहिए था. किसानों ने पहले ही चौधरी चरण सिंह जी के लिए भारत रत्न की मांग की थी. सरकार को अब किसानों की ज्वलंत समस्याओं का भी समाधान करना चाहिए. टिकैत ने सरकार पर कम गन्ना मूल्य घोषित कर किसानों को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया.
जहां पर फायदा होगा, वहां जाएंगे जयंत चौधरी: राकेश टिकैत
इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जयंत चौधरी इलेक्शन लड़ते हैं. उनकी पॉलिटिकल पार्टी है. उनको जहां पर फायदा होगा, वहां पर जाएंगे. टिकैत ने इसके साथ जयंत को नसीहत भी दी और कहा कि वह चाहे जहां चले जाएं लेकिन अपना मूल स्थान न छोड़ें और किसानों की बात करते रहें.