BJP सांसद अनंत कुमार हेगड़े के संविधान को बदलने वाले बयान के बाद सियासत गरमा गई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार (11 मार्च) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनंत हेगड़े को पार्टी ने निष्कासित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर पीएम मोदी में हिम्मत है तो वह संविधान को बदलने की मांग करने वाले नेता को पार्टी ने बाहर निकालें.
बता दें कि कर्नाटक में हेगड़े मे कहा था कि अगर संविधान में बदलाव करना है तो मौजूदा बहुमत से काम नहीं चलेगा, इसके लिए लोकसभा और राज्यसभा में दो तिहाई बहुमत जरूरी होगा.
BJP ने संविधान को नहीं स्वीकारा
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि BJP ने संविधान को सम्पूर्ण तरीके से स्वीकार नहीं किया है. एक तरफ प्रधानमंत्री कहते हैं संविधान नहीं बदला जाएगा. दूसरी तरफ वो अपने सांसद से कहलवाते हैं कि संविधान बदलने के लिए हमें दो तिहाई बहुमत चाहिए. अगर PM मोदी के पास हिम्मत है तो जिस नेता ने संविधान बदलने की बात की है उसे पार्टी से बाहर निकालें. एक तरफ PM मोदी खुद ऐसी बातों पर चुप बैठते हैं, दूसरी तरफ संविधान की रक्षा करने की बातें कहते हैं.
PM मोदी डॉ. अंबेडकर के उसूलों को नहीं मानते
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि देश को आजादी दिलाने और संविधान बनाने में RSS-BJP का कोई योगदान नहीं हैं. ये तिरंगे झंडे का भी विरोध करते रहे. PM मोदी हमेशा डॉ. आंबेडकर की बात करते हैं, लेकिन उनके उसूलों को नहीं मानते हैं. अगर मानते तो संविधान बदलने की बात करने वाले लोगों को पार्टी से निकाल देते.
यह देश का हक छीने की कोशिश
BJP सामाजिक न्याय के खिलाफ है. जिस संविधान ने सभी को हक और आजादी दी, उसे ही बदलने की बात आज BJP कर रही है. भाजपा हमेशा कांग्रेस पार्टी की आलोचना करती रहती है, क्योंकि हमने संविधान में लिखने, बोलने की आजादी दी है. डॉ. आंबेडकर ने देश को जो संविधान दिया, उसे BJP के लोगों द्वारा नकारा गया. देश के गरीबों का हक छीनने के लिए BJP ऐसी कोशिशें कर रही है.
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