NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक का मुद्दा देश भर में गरमाया हुआ है. बीते दिनों संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार को इस मुद्दे पर जमकर घेरा. जिसके बाद से सरकार बैकफुट पर है. हालांकि सरकार इस परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहती है. दरअसल, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर अपनी रखी है.
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करते हुए कहा है कि वह इस परीक्षा को रद्द नहीं करना चाहती है. जब तक यह सबूत नहीं मिल जाता कि पूरे भारत में पेपर लीक हुआ है, तब तक पूरी परीक्षा को रद्द करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि परिणाम घोषित किए जा चुके हैं. परीक्षा रद्द करना लाखों होनहार परीक्षार्थियों के साथ धोखाधड़ी होगी.
सफ़ेद झूठ बोल रही मोदी सरकार
मोदी सरकार की इस दलील पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि NEET-UG में कोई पेपर लीक नहीं हुआ है. लाखों युवाओं से ये सफ़ेद झूठ बोला जा रहा है. उनके भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है.
शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि “केवल कुछ जगहों पर अनियमितताएं/चीटिंग हुई हैं”, ये गुमराह करने वाली बात है. BJP-RSS ने पूरी शिक्षा प्रणाली को अपने क़ब्ज़े में रखकर शिक्षा माफ़िया को बढ़ावा दिया है. NCERT की किताबें हों या परीक्षा में लीक, मोदी सरकार हमारी शिक्षा व्यवस्थाओं को तबाह करने पर तुली है.
कांग्रेस ने अपने मांग रखते हुए कहा कि हमारी मांग हम फ़िर दोहराते है कि —
1) NEET-UG फिर से कराया जाएं। Transparent तरह से Online कराया जाएं
2) सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में सभी पेपर लीक घोटालों की गहन जांच हो, और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो.
मोदी सरकार अपनी कारगुज़ारियों से पीछा नहीं छुड़ा सकती.
ये ही पूरा मामला
गौरतलब है कि नीट यूजी की परीक्षा 5 मई को हुई थी. करीब 24-25 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. 4 जून को इसका रिजल्ट आया था. परिणाम घोषित होने के बाद से ही इस पर सवाल उठने लगे. इस परीक्षा में एक साथ 67 टॉप कर गए. सभी को 720 में से 720 नंबर मिले. ऐसा पहली बार हुआ कि इतनी बड़ी संख्या में छात्रों ने पूरे 100 फीसदी नंबर प्राप्त किए हों.
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