Manipur Violence

Manipur Violence: मणिपुर में PM मोदी की विफलता माफी के लायक नहीं, खरगे ने सरकार को घेरा

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Violence in Manipur: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि मणिपुर में पीएम मोदी की घोर विफलता माफी के लायक नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले 16 महीनों में पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में एक सेकंड भी नहीं बिताया है, जबकि राज्य में हिंसा बेरोकटोक जारी है और लोग मोदी-शाह की मिलीभगत का परिणाम भुगत रहे हैं.

उन्होंने कहा, “मणिपुर (Manipur) की पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके जी ने मणिपुर के लोगों की आवाज उठाई है. उन्होंने कहा कि संघर्षग्रस्त राज्य के लोग परेशान और दुखी हैं, क्योंकि वे चाहते हैं कि पीएम मोदी उनसे मिलने आएं. बीजेपी के मणिपुर सीएम, जिन्होंने अपनी रैंक की अक्षमता को बेशर्मी से उजागर करने का रिकॉर्ड बनाया है, ने कथित तौर पर राज्य सरकार को ‘यूनिफाइड कमांड’ के हस्तांतरण की मांग की है.”

खरगे ने अमित शाह पर साधा निशाना

पीएम मोदी के बाद खरगे ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री की तरह ही केंद्रीय गृह मंत्री ने भी मणिपुर (Manipur) में सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी छोड़ दी है और चुनाव वाले राज्यों में राजनीति करने और रैलियों को संबोधित करने में व्यस्त हैं. मणिपुर के लोग पूछ रहे हैं कि मोदी जी राज्य में हिंसा खत्म क्यों नहीं करना चाहते?

क्या है कांग्रेस की मांग?

खरगे ने कहा कि ड्रोन और रॉकेट चालित ग्रेनेड हमले शुरू हो गए हैं और यह अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा बनता जा रहा है. ऐसी गंभीर स्थिति में बीजेपी इस्तीफे का ड्रामा करती नजर आ रही है. कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कांग्रेस की मांगे रखते हुए कहा कि-

1) मणिपुर (Manipur) के मुख्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए.

2) केंद्र सरकार को संवेदनशील सुरक्षा स्थिति की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिएय राज्य बलों की मदद से सभी प्रकार के विद्रोही समूहों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

3) जातीय हिंसा की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्देशित और निगरानी वाले मणिपुर जांच आयोग को अपनी जांच में तेजी लानी चाहिए. मोदी सरकार को हिंसा की जांच कर रही सीबीआई, एनआईए और अन्य एजेंसियों का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए.

4) सभी राजनीतिक दलों, प्रतिनिधियों और प्रत्येक समुदाय के नागरिक समाज के सदस्यों को साथ लेकर शांति और सामान्य स्थिति को बढ़ावा देने के प्रयास तुरंत शुरू होने चाहिए.

प्रियंका गांधी ने भी उठायी आवाज

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मणिपुर (Manipur) के मुद्दे पर आवाज उठायी है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “मणिपुर लगभग डेढ़ साल से जल रहा है. रोज हिंसा, हत्याएं, दंगे, विस्थापन… घर जल रहे हैं, परिवार उजड़ रहे हैं, जिंदगियां तबाह हो रही हैं, हजारों परिवार राहत कैंपों में दिन काटने को मजबूर हैं। प्रधानमंत्री जी ने इसे रोकने का अब तक कोई प्रयास भी नहीं किया.”

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश के एक राज्य को महीनों तक इस तरह जलता हुआ छोड़ दिया जाए और उस पर बात तक न की जाए. देश की आंतरिक सुरक्षा किसी की इच्छा पर निर्भर नहीं होती, यह अनिवार्य दायित्व है. प्रधानमंत्री की उदासीनता अक्षम्य है.


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