PM Housing Scheme: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिले के निचलौल ब्लॉक के 9 गांवों से 11 महिलाएं पीएम आवास की पहली किस्त खाते में आते ही अपने पतियों और बच्चों को छोड़कर फरार हो गई हैं. इनमें से एक महिला अपने प्रेमी संग भागी है. मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित पति अपनी पत्नी के फरार होने की शिकायत लेकर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे.
पीड़ित पतियों ने ब्लॉक के उच्चाधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज कराई है और कार्रवाई की मांग की है. पीड़ित पति उच्चाधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि इस मामले की जांच हो और पीएम आवास की दूसरी किस्त उनके खाते में आने से रोका जाए.
जांच में जुटे अधिकारी
पीएम आवास के लिए पैसे मिलने के बाद भी जब घर नहीं बने तो अधिकारी सक्रिय हो गए और ब्लॉक के सभी गांवों में जांच शुरु कर दी. दूसरी तरफ पीड़ितों के घरवालों को इस बात का भी डर सता रहा है कि कहीं उनसे रिकवरी न कराई जाए. बता दें कि प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण की पहली किस्त 40 हजार है. जबकि दूसरी 70 हजार और तीसरी किस्त 10 हजार है. मकान को बनाने के लिए पीएम आवास से कुल 1 लाख 20 हजार रुपए मिलते हैं. इसके अलावा 90 दिन की कुल मजदूरी 237 रुपए के हिसाब से 21,330 रुपए आती है.
डीएम ने लिया एक्शन
ग्राम पंचायत खेसरहा शीतलपुर के रहने वाले संजय यादव की पत्नी सोनिया किसी अज्ञात शख्स के साथ पति और बच्चों को छोड़कर फरार हो गई है. वहीं अन्य 10 महिलाएं अलग-अलग कारणों से अपने परिवार सहित अन्य जगहों पर रह रही हैं. डीएम अनुनय झा भी पूरे मामले पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. झा ने बताया कि मामला अभी संज्ञान में आया है कि 11 महिलाओं के खाते में पीएम आवास (PM Housing Scheme) की पहली किस्त पहुंची थी, लेकिन उनका दुरुपयोग किया गया. लाभार्थियों ने इसका इस्तेमाल मकान बनाने में नहीं किया है. उन्होंने बताया कि संबंधित बीडीओ को निर्देश दिया गया है कि वे लाभार्थियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें और वसूली की कार्रवाई भी करें.
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