Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार (29 अप्रैल) को पूर्व एमएलसी(MLC) यशवंत सिंह का निष्कासन समाप्त कर दिया. दरअसल, यशंवत सिंह लोकसभा चुनाव के बीच बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा रहे थे, जिसे देखते हुए पार्टी आलाकमान ने आनन-फानन में फैसला लिया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने खुद एक लेटर जारी कर इस बात की पुष्टि की.
निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे यशंवत सिंह
बता दें कि यशंवत सिंह घोसी से निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. यशवंत सिंह के चुनाव लड़ने से एनडीए प्रत्याशी को नुकसान हो सकता था. इस सीट से योगी सरकार में मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर चुनावी मैदान में हैं. वहीं, सपा ने राजीव राय को टिकट दिया है. राजनीतिक पंडितों की माने तो घोसी में बीजेपी पहले से ही पिछड़ती दिख रही है. यहां सपा प्रत्याशी राजीव राय का माहौल ठीक ठाक बताया जा रहा है.
इस वजह से किए गए थे निष्कासित
बता दें कि यूपी विधान परिषद चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण यशवंत सिंह को भाजपा ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. बीजेपी ने पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को यूपी विधान परिषद चुनाव में आजमगढ़- मऊ सीट से मैदान में उतारा था.
उस समय एमएलसी यशवंत सिंह ने पार्टी से विद्रोह कर अपने पुत्र विक्रांत सिंह को निर्दलीय मैदान में उतार दिया था. इसके बाद 04 अप्रैल 2022 को यशवंत सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया था. चुनाव में अरुणकांत को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, विक्रांत सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे थे.
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