कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. कांग्रेस ने इस लिस्ट में 39 प्रत्याशियों का ऐलान किया है. कांग्रेस की पहली लिस्ट में 61 प्रतिशत दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग के उम्मीदवारों को जगह दी गई है.
कांग्रेस की पहली लिस्ट में 15 जनरल तो 24 एससी-एसटी,ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के उम्मीदवारों को जगह दी है. साथ ही इस लिस्ट में कांग्रेस ने अपनी यूथ बिग्रेड पर भरोसा जताया है. जानकारों का मानना है कि कांग्रेस ने इस लिस्ट के जरिए सामाजिक न्याय के सांचे में फिट होने की पूरी-पूरी कोशिश की है. साथ ही ‘भारत जोड़ों न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी अपने भाषण में जो बातें करते आये हैं, वह चीज पार्टी की पहली लिस्ट में देखने को मिली है.
गौरतलब है कि ‘भारत जोड़ों न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी लगातार एससी-एसटी,ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग के हिस्सेदारी की वकालत करते नजर आये हैं. ऐसे में कांग्रेस की पहली लिस्ट देखने के बाद लोग कह रहे हैं कि राहुल गांधी सिर्फ भाषण के दौरान पिछड़े समाज की हिस्सेदारी की बातें करते नहीं हैं, बल्कि उसे लागू भी करते हैं.
पहली लिस्ट जारी होने के बाद कांग्रेस चेयरपर्सन सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफार्म सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “कांग्रेस जो कहती है वो कर के दिखाती है. हिस्सेदारी की बात करते हैं तो हिस्सा दे कर दिखाते हैं. 39 लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 61% दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग के शामिल हैं.”
कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘ऐसे नाम हैं जिससे मालूम पड़ता है कि कांग्रेस पार्टी ये चुनाव सिर्फ और सिर्फ जीतने के लिए लड़ रही है.’