Train Accidents in 10 Years: पश्चिम बंगाल में सोमवार को भीषण रेल हादसा हुआ. दरअसल, आज सुबह कंचनजंगा एक्सप्रेस असम के सिलचर से कोलकाता के सियालदह जा रही थी, तभी न्यू जलपाईगुड़ी के करीब रंगपानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी ने उसे पीछे से टक्कर मार दी. इस रेल हादसे में तीन रेलवे कर्मचारियों सहित 15 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए. हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए.
हताहतों की संख्या सीमित होने का एक कारण यह है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से में पार्सल कोच और गार्ड के कोच शामिल थे, जिससे आगे के यात्री डिब्बों पर कम प्रभाव पड़ा. बता दें मोदी 3.0 सरकार में ये पहला रेल हादसा है, लेकिन इससे पहले भी मोदी सरकार में कई रेल हादसे हुए हैं. कांग्रेस ने एक्स पर किए एक पोस्ट में मोदी सरकार में हुए बड़े रेल हादसों के बारे में बताया है. मोदी सरकार में पहला बड़ा रेल हादसा 26 मई 2014 को हुआ.
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गोरखधाम एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हुई थी. इस हादसे में 25 लोगों की मौत हुई थी और 50 से ज्यादा घायल हुए थे. दूसरा रेल हादसा 20 नवंबर, 2016 को हुआ, जब इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से डीरेल हो गए. इस हादसे में 150 लोगों की मौत हुई थी और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. तीसरा रेल हादसा 18 अगस्त 2023 को हुआ, जब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली रेलवे स्टेशन पर पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई.
चौथा रेल हादसा 23 अगस्त 2017 को हुआ
इस हादसे में 23 लोगों की मौत हुई थी और 60 लोग घायल हुए थे.चौथा रेल हादसा 23 अगस्त 2017 को हुआ, जब आजमगढ़ से दिल्ली आ रही 12225 (अप) कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 70 लोग घायल हुए थे.इसी क्रम में पांचवा रेल हादसा तब हुआ, जब राजस्थान के बीकानेर से असम के गुवाहाटी जा रही बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस की 12 बोगियां पटरी से उतर गईं. इस हादसे में 9 लोगों की मौत हुई थी और 36 घायल लोग घायल हुए थे.
बालासोर रेल हादसे में 296 मौतें
छठवां और मोदी सरकार के समय का अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा बालासोर रेल हादसा था. ये रेल हादसा 2 जून 2023 को उड़िसा के बालासोर में तब हुआ, जब बाहानगा बाजार स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे उसके ज्यादातर डिब्बे पटरी से उतर गए थे. उसी समय वहां से बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस गुजर रही थी. कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस के पिछले डिब्बों पर पलट गए थे.
इस हादसे में 296 लोगों की मौत हुई थी और 900 से ज्यादा घायल हुए थे. वहीं अब आज सातवां रेल हादसा पश्चिम बंगाल में हुआ, जिसमें 15 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हुए हैं.
मोदी सरकार में तबाह हुई रेल व्यवस्था, 10 साल में हुए 63 भीषण हादसे, इतने लोगों ने गंवाई जान