Bypoll Election Results: भारतीय राजनीति में दलबदलू नेताओं को चुनाव का टिकट मिलना कोई नई बात नहीं है. बीजेपी दलबदलू नेताओं पर कुछ ज्यादा ही भरोसा दिखाती है. देश के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी बीजेपी ने दलबदलुओं पर ही दांव लगाया, जिन्हें मुंह की खानी पड़ी है.
दरअसल, 13 सीटों में से ज्यादातर पर बीजेपी ने उन उम्मीदवारों को टिकट दिया था, जिन्होंने किसी दूसरे दल का साथ छोड़ भाजपा का दमन थामा था. हालांकि, चुनावी नतीजे दलबदलुओं पक्ष में नहीं रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि उपचुनाव में दलबदलुओं का क्या हाल रहा है.
पंजाब में भी हारा दलबदलू
पंजाब की बात करें तो यहां सिर्फ एक जालंधर पश्चिम विधानसभा पर चुनाव हुआ. जहां आम आदमी पार्टी ने जीत का परचम लहराया है. AAP उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने बीजेपी प्रत्याशी शीतल अंगुराल को 37325 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी है. मोहिंदर भगत को 55246 हजार वोट मिले जबकि अंगुराल 17921 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे. बता दें कि शीतल अंगुराल इसी सीट से AAP विधायक थे और लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. बीजेपी ने उन्हें फिर से इस सीट से मैदान में उतारा था, जो बुरी तरह हार गए.
ऑपरेशन लोटस भी हुआ धराशायी
हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने भरसक प्रयास किया कि यहां ऑपरेशन लोटस सफल हो जाए. लेकिन हिमाचल में कांग्रेस के आगे बीजेपी की एक नहीं चली. यहां देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीट पर उपचुनाव हुए. तीनों सीटों पर बीजेपी ने उन्हीं उम्मीदवारों को उतारा था, जो कांग्रेस के टिकट पर इन सीटों विधायक बने थे. बीजेपी ने तीनों को उपचुनाव में फिर से उनकी सीटों से उतारा.
लेकिन देहरा सीट पर होशियार सिंह को हार मिली है. उन्हें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी और कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश ठाकुर ने हराया है. नालागढ़ सीट पर केएल ठाकुर को हार का मुंह देखना पड़ा. कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा को यहां जीत मिली है. हालांकि दलबदलुओं में आशीष शर्मा हमीरपुर विधानसभा सीट से फिर एक बार जीत गए.