देश में विपक्ष के नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी है. बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस नेता और उत्तराखंड में पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के आवास पर छापेमारी की है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में कई ठिकानों पर तलाशी ली गई है. बता दें, हरक सिंह रावत ने 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़ दी थी और कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
कई जगहों पर हो रही छापेमारी
ईडी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में 17 जगहों पर छापेमारी की जा रही है. माना जा रहा है कि ये मामला उत्तराखंड के टाइगर रिज़र्व में हुई तथाकथित ग़ैरकानूनी गतिविधि से जुड़ा है. दरअसल, भाजपा सरकार में राज्य के वन मंत्री के रूप में रावत के कार्यकाल के दौरान, रावत और उनके कुछ विभागीय अधिकारियों पर टाइगर सफारी परियोजना के तहत कॉर्बेट पार्क के पाखरो रेंज में अवैध पेड़ काटने और निर्माण में शामिल होने से संबंधित गंभीर आरोप लगे थे.
हालांकि, यह पहली बार नहीं है कि जब ईडी ने रावत की मुश्किलें बढ़ाई हैं. इससे पहले भी रावत से जुड़ी संपत्तियां ईडी अधिकारियों द्वारा जांच के दायरे में आई हैं. इससे पहले उत्तराखंड सतर्कता टीम ने देहरादून के शंकरपुर में एक संस्थान और छिद्दरवाला में एक पेट्रोल पंप पर छापे मारे थे. राज्य सतर्कता प्रमुख वी मुरुगेसन ने 30 अगस्त को कहा कि टीम ने दोनों स्थानों पर दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि दोनों संपत्तियां कांग्रेस नेता और पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत की हैं.