Table of Contents
Jharkhand Train Accident: झारखंड के जमशेदपुर में मंगलवार को ट्रेन हादसा हो गया. हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई. वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हादसे की वजह से 2 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जबकि 7 ट्रेनों का रूट बदला गया है. यह हादसा सुबह 3 बजकर 43 मिनट पर हुआ. जमशेदपुर में सुबह मुंबई-हावड़ा मेल की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं.पहले से एक मालगाड़ी ट्रैक के पास डिरेल थी. मुंबई-हावड़ा मेल पटरी पर गिरे मालगाड़ी के कोच से टकराई और डिरेल हो गई.
कल भी हुआ था हादसा (Train Accident)
इसके पहले बिहार के समस्तीपुर में सोमवार (29 जुलाई) को एक बड़ा रेल हादसा होते होते टला. दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पूरा और कर्पूरीग्राम स्टेशन के बीच दो हिस्सों में बंट गई. ट्रेन की इंजन दो बोगी को लेकर आगे बढ़ गया और बाकी के डिब्बे पीछे रह गए. यह घटना कर्पूरीग्राम और पूसा स्टेशन के बीच रेपुरा गुमटी के पास हुई है.
14 दिन में हुए 7 Train Accident
- 18 जुलाई को यूपी के गोंडा में रेल हादसा
- 19 जुलाई को गुजरात के वलसाड में रेल हादसा
- 20 जुलाई को यूपी के अमरोहा में रेल हादसा
- 20 जुलाई को यूपी के अमरोहा में रेल हादसा
- 21 जुलाई को राजस्थान के अलवर में रेल हादसा
- 21 जुलाई को बंगाल में रेल हादसा
- 29 जुलाई को बिहार में रेल हादसा
- 30 जुलाई को झारखंड में रेल हादसा
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल
विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इन रेल हादसों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कांग्रेस ने कहा, मोदी सरकार, रेल मंत्रालय और रील मंत्री की गंभीरता को समझिए. जून-जुलाई में हुए रेल हादसों में 21 लोगों की जान चली गई और 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए. खस्ता रेल व्यवस्था से देश में मौत का तांडव चल रहा है, लेकिन किसी की जवाबदेही तय नहीं हो रही. रेल मंत्री का जिम्मेदारी से दूर-दूर तक नाता नहीं है और मोदी तो अपनी दुनिया में मस्त हैं. जनता मरे तो मरे, इन्हें फर्क नहीं पड़ता.
पिछले महीने मालगाड़ी से भिड़ी थी ट्रेन
इसके पहले पिछले महीने 17 जून को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के पास एक भीषण बड़ा रेल हादसा हुआ था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन की मालगाड़ी से भिड़ंत हो गई थी. हादसे में 60 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे. यह हादसा कितना भयावह था इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कंचनंजगा एक्सप्रेस का एक कोच मालगाड़ी पर चढ़ते हुए आसमान की ओर उठ गया. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. जानकारी के अनुसार दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आ गई थीं, जिसके चलते यह हादसा हुआ है.
आंकड़ों की बात करें, तो साल 2014 से 2024 के बीच में कुल 64 रेल हादसे (Train Accident) हुए, जिसमें लगभग 858 लोगों की जान चली गई है और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए. हालांकि मोदी सरकार ने इन हादसों को गंभीरता से नहीं लिया है. नतीजतन ट्रेन हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
पिछले 10 सालों में हुए रेल हादसों के आंकड़े (Train Accident in 10 Years) –
- 2014, 3 हादसे, 49 मौतें
- 2015- 7 हादसे , 113 मौतें
- 2016- 8 हादसे, 155 मौतें
- 2017- 8 हादसे, 67 मौतें
- 2018- 5 हादसे, 71 मौतें
- 2019- 5 हादसे, 7 मौतें
- 2020- 2 हादसे, 19 मौतें
- 2021- 4 हादसे, 2 मौतें
- 2022- 3 हादसे, 9 मौतें
- 2023- 18 हादसे, 349 मौतें
- 2024 (30 जुलाई) तक- 9 हादसे, 21 मौतें
Also Read-
राहुल गांधी की किस बात पर निर्मला सीतारमण ने पकड़ लिया सिर, वायरल हुई तस्वीर
मोदी राज में 6.7 मिलियन बच्चों को पूरे दिन नहीं मिलता भोजन, रिपोर्ट में हुआ खुलासा