वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (एक फरवरी) को बजट (Budget) पेश किया. उन्होंने 58 मिनट लंबा भाषण दिया. यह अंतरिम बजट है, क्योंकि अप्रैल-मई में आम चुनाव होने हैं. नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट जुलाई में पेश होने की उम्मीद है. वित्त मंत्री सीतारमण के कार्यकाल का यह छठा बजट है. ऐसे में बजट भाषण की कुछ ख़ास बातें जानते हैं.
अंतरिम बजट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखा है. दरअसल, अंतरिम बजट में किसी तरह की लोकलुभावन घोषणाएं नहीं की जाती हैं. यही वजह है कि सरकार ने किसी तरह की घोषणाएं करने से परहेज किया है.
वित्त मंत्री ने बताया कि 10 साल में इनकम टैक्स कलेक्शन तीन गुना बढ़ गया है. मैंने टैक्स रेट में कटौती की है. 7 लाख की आय वालों को कोई कर देय नहीं है. 2025-2026 तक घाटा को और कम करेंगे. राजकोषीय घाटा 5.1% रहने का अनुमान है. 44.90 लाख करोड़ रुपए का खर्च है और 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का अनुमान है.
बजट भाषण की कुछ ख़ास बातें
- वित्त वर्ष 2025 में बुनियादी ढांचे के लिए परिव्यय बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है.
- मैं आयात शुल्क सहित प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के लिए समान कर दरों को बनाए रखने का प्रस्ताव करती हूं.
- 2024-25 में राजकोषीय घाटा GDP का 5.1% रहने का अनुमान है.
- चालू वित्त वर्ष में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.8% रहने का अनुमान है.
- घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लक्षद्वीप सहित हमारे द्वीपों पर बंदरगाह कनेक्टिविटी, पर्यटन बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के लिए परियोजनाएं शुरू की जाएंगी.
- जुलाई में पूर्ण बजट में हमारी सरकार विकसित भारत के लक्ष्य का विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत करेगी.
- यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और आराम के लिए 40,000 सामान्य रेलवे बोगियों को वंदे भारत मानकों में परिवर्तित किया जाएगा.
- आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स को भी कवर किया जाएगा.
- कृषि क्षेत्र की और वृद्धि के लिए, सरकार फसल कटाई के बाद की गतिविधियों में सार्वजनिक और निजी निवेश को और बढ़ावा देगी.
- कोविड के बावजूद हमने पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 3 करोड़ घर बनाने का काम पूरा हुआ. 2 करोड़ घर अगले 5 साल में और बनाए जाएंगे.
- भारत-मध्य पूर्व-यूरोप कॉरिडोर भारत और दूसरे देशों के लिए भी एक परिवर्तनकारी कदम है.