लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस ने इंडिया एलायंस के तहत हाथ मिला मिला है, जिससे भाजपा कही न कही बौखला सी गई है. जिसका असर भी देखने को मिलने लगा है. दरअसल, आज यानी बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को केंद्रीय अन्वेषण एजेंसी (सीबीआई) की ओर से नोटिस भेजा गया है, जिसको लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तरह तरह की बातें कर रहे हैं.
कुछ यूजर्स ने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा सरकार यूपी में कांग्रेस सपा के गठबंधन से बौखला गई है. ऐसे में आज अखिलेश यादव को सीबीआई का नोटिस आया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश यादव को अवैध माइनिंग केस में सीबीआई की तरफ से नोटिस भेजी गई है. ऐसे में उन्हें 29 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
सीबीआई ने बतौर गवाह के तौर पर पूछताछ में शामिल होने के लिए अखिलेश यादव को बुलाया है. नोटिस में कहा गया है कि मामले से जुड़े कुछ सवालों के जवाब देने के लिए अखिलेश यादव को सीबीआई के समक्ष उपस्थित होना होगा. 2012 से 2016 के बीच अखिलेश यादव जब मुख्यमंत्री थे तब का ये अवैध खनन का मामला है.
इस मामले पर सपा नेता आईपी सिंह ने प्रतिक्रिया भी दी है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि CBI ED हर चुनाव से पूर्व सक्रिय हो जाती है और बीजेपी के इशारों पर सम्मन भेजती है हम डरने वालों में नहीं हैं. कांग्रेस नेता अजय राय ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव इंडिया गठबंधन का मजबूत हिस्सा हैं.और ये सभी मामले बहुत पुराने हैं. बीजेपी उनको घेरने की कौशिस कर रही है.