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Awadh Ojha on Delhi Coaching Accident: यूपीएससी टीचर अवध ओझा ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में हुई छात्रों की मौत पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने वीडियो जारी कर मृतक छात्रों को श्रद्धांजलि दी है. साथ ही केंद्र सरकार ने मांग की है वह इसके खिलाफ सख्त कानून लाए और दोषियों को सजा दे. इस दौरान उन्होंने सूरत और राजकोट में हुई दुर्घटना का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सरकार से कानून की मांग करने की जरूरत है.
क्या बोले अवध ओझा? (Awadh Ojha)
अवध ओझा ने वीडियो में कहा, सर्वप्रथम उन सभी दिवंगत छात्रों को श्रद्धांजलि जिन्होंने राजेंद्र नगर की वर्षा जल दुर्घटना में जान गंवा दी. भगवान उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे.आप संबंधित प्राधिकरण को घेरकर बोलो कि आगे से बेसमेंट में कोई आदमी ना मिले, अगली बार ऐसा होता तो सरकार ऐसा लॉ पास करे, यदि किसी भी संस्थान और इंस्टिट्यूट जहां ओनर की लापरवाही से ऐसा हुआ है, वहां उस संस्था की संपत्ति सील की जाए और ओनर को आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी. नहीं तो ये ऐसे ही चलता रहेगा. कुछ नहीं होगा.
अवध ओझा (Awadh Ojha) ने आगे कहा कि मैं बता रहा हूं कि इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं. सरकार कानून बनाए कि अगर ऐसी जगहों पर बच्चों की मृत्यु होती है या सामाजिक स्थल पर मृत्यु होती है जिसकी लापरवाही से होती है उसकी संपत्ति सील हो, जिस अधिकारी के कार्यकाल में एनओसी दिया गया है उसकी संपत्ति सील हो और आजीवन कारवास की सजा दी जाए.
सरकार को बनाने चाहिए कानून- Awadh Ojha
ओझा ने कहा कि इस कानून की मांग होनी चाहिए. ये कानून हो कि किसी भी क्लास में 100 से ज्यादा बच्चे न बैठे. मैं तो कहता हूं अपने घर पर रहकर पढ़ो, ऑनलाइन पढ़ो, दिल्ली आने की कोई जरूरत नहीं है. कुछ नागरिक सेंस भी होता है. तो आप कानून की मांग करिए. एक बैच में 100 से ज्यादा बच्चे नहीं बैठने चाहिए. जो कोचिंग मानक नियमों को पूरा नहीं कर रहा है, वो संस्थान नहीं चलना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि सूरत में 24 मई 2019 को 22 बच्चे जलकर मर गए , मुखर्जी नगर में आग लगने पर बच्चों ने बिल्डिंग से कूदकर जान बचाई, पूरी दुनिया ने देखा. बच्चे कूदते रहे, लाइव वीडियो चलते रहे. सबने देखा. राजकोट में गेमिंग जोन में इतने बच्चे मरे कोई नहीं आया. इसी क्रम में राजेंद्र नगर में घटना घटी, बच्चों की मृत्यु हुई.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 27 जुलाई को दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया, जिससे 3 छात्रों की मौत हो गई. छात्रों की मौत के बाद दिल्ली में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्याकि हिरासत में भेज दिया है.
सदन में भी उठा कोचिंग हादसे का मामला
संसद के मानसून सत्र के छठे दिन सोमवार (29 जुलाई) को लोकसभा में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उच्च शिक्षा का मुद्दा उठाया. उन्होंने सदन में दिल्ली कोचिंग हादसे के मुद्दे को भी उठाया. शशि थरूर ने कहा कि दिल्ली में बेसिक चीजें तक नहीं है. वहां यूपीएससी की तैयारी करने बच्चे जाते हैं, उनकी मौत हो जाती है. वहीं अखिलेश यादव ने कोचिंग हादसे को दर्दनाक बताया और कहा कि प्लानिंग और एनओसी की जिम्मेदारी सभी अधिकारियों की है.
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