Media is benefiting from India-Pak War

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India-Pak War: कल रात हिंदी न्यूज चैनलों ने जो बेशर्मी दिखाई है, कुछ कहने लायक नहीं है. कोई चैनल इस्लामाबाद में कब्जा कराता दिखा. किसी ने सेना पाकिस्तान में घुसा दी. किसी ने बॉर्डर पर टैंक चलवा दिए, तो किसी ने फ़िदायीन अटैक करा दिया. कोई कराची पोर्ट तबाह कराता नजर आया. मतलब पूरी रात भर भर कर झूठ चलाया गया है. ये TRP का खेल कभी और भी खेला जा सकता था. लेकिन नहीं,, मीडिया को इससे अच्छा मौका कहां मिलता. बिना कंफर्म किए लगे झूठ का अंबार चलाने. सूत्रों के नाम पर कुछ भी बकवास करने लगे.

इस कदर झूठ फैलाया गया कि खुद केंद्रीय मंत्री भी इसके शिकार हो गए. किरेन रिजिजू को सच में लग गया कि भारतीय नौसेना ने कराची में हमला कर दिया है. केंद्रीय मंत्री ने इसे लेकर एक पोस्ट भी शेयर कर दिया. लेकिन बाद में जब उन्हें सच पता चला तो मंत्री ने तुरंत इस ट्वीट को डिलीट कर दिया.

अब सोचिए अगर एक केंद्रीय मंत्री न्यूज चैनलों के इस झूठ का शिकार हो सकता है, तो फिर आम जनता का क्या होगा. फेक खबरों से आम जनता में डर फैलेगा. लेकिन टीआरपी की भूखी इस मीडिया (India-Pak War) को इससे कोई मतलब नहीं है. इन्हें तो इतना होश नहीं है कि ऐसे फेक खबरें चलाकर वो राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे है.

भारत सरकार जारी करे सख्त निर्दश (India-Pak War)

ऐसे हालात (India-Pak War) में सरकार को इन न्यूज चैनलों के लिए सख्त निर्देश और गाइडलाइ जारी करने की जरूरत है. अगर इन्हें समय रहते नहीं रोका गया तो ये कल को भारत का भारी नुकसान करा सकते हैं. फिलहाल रक्षा मंत्रालय ने मीडिया कवरेज के लिए गाइडलाइन जारी की है. कहा है कि लाइव कवरेज के दौरान मिलिट्री ऑपरेशन और सेनाओं के मूवमेंट की जानकारी से बचना चाहिए. सूत्रों के आधार पर दी गई संवेदनशील सूचनाओं से मिलिट्री ऑपरेशन खतरे में पड़ सकता है.

अब देखना होगा कि न्यूज चैनल्स इस गाइडलाइन को कितना फॉलो करते हैं. करते भी हैं या नहीं. फिलहाल भारत के नागरिकों को सेना और सरकार की official ब्रीफिंग और प्रेस स्टेटमेंट पर ही यकीन करने की जरूरत है. मीडिया में चलाई जा रही खबरों पर तुरंत यकीन न करें. सरकार की तरफ से ऑफिशियल बयान जारी होने का इंतजार करें. हमारी सेना पर भरोसा रखिए. जो पाकिस्तान को हर मोड़ पर मुंहतोड़ जवाब दे रही है.

कैसे हुई शुरुआत? (India-Pak War)

जान लीजिए कि भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध (India-Pak War) के हालात बने हुए हैं. इसकी शुरुआत पाकिस्तान ने तब कर दी जब उसने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला करवाया. इस हमले में भारत के 26 नागरिकों की जान चली गई. भारत ने कसम खाया कि वो अपने नागरिकों की मौत को जाया नहीं जाने देगा. भारत ने हिसाब पूरा करते हुए पाकिस्तान के नौ आतंकवादी ठिकानों को एयर स्ट्राइक के जरिए ध्वस्त कर दिया, जिसके बाद पाकिस्तान और बौखला गया है. पाकिस्तानी सेना ने सीमावर्ती इलाकों में हमले तेज कर दिए हैं. पाकिस्तान भारत पर हमला (India-Pak War) करने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रहा है. लेकिन भारत उसके हर हमले को नाकाम कर दे रहा.

पाकिस्तान ने गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में 11 जगहों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए हैं. इस दौरान पाकिस्तानी सुसाइड ड्रोन्स ने जम्मू एयरपोर्ट और पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन को भी निशाना बनाया. हालांकि भारत ने इन्हें डिफेंस सिस्टम S-400 और आकाश मिसाइल से नाकाम कर दिया. भारत ने LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान के 50 से ज्यादा ड्रोन गिराए हैं. इतना ही नहीं, भारत ने लाहौर में तैनात पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम भी पूरी तरह तबाह कर दिया. कुल मिलाकर भारतीय सेना पाकिस्तान के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है. भारत की जवाबी कार्रवाई में रावलपिंडी, लाहौर और कराची जैसे प्रमुख शहरों को भारी नुकसान हुआ है.

भारत ने कर ली तैयारी

वहीं इधर भारत में चंडीगढ़ और अंबाला में शुक्रवार 9 मई को हवाई हमले की चेतावनी दी गई है. राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान बॉर्डर से 20 किलोमीटर दायरे में गांव खाली कराए जा रहे हैं. राजधानी दिल्ली भी अलर्ट पर है. दिल्ली के ऐतिहासिक इमारतों जैसे लालकिला और कुतुब मीनार सहित अन्य भवनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कुल मिलाकर भारत पाकिस्तान के हर हमले (India-Pak War) का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है. बस हमें अब थोड़ा जागरुक रहने की जरूरत है. टीवा चैनल्स और सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फेक न्यूज से बचने की जरूरत है.

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