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Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के छठे दिन सोमवार (29 जुलाई) को लोकसभा में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उच्च शिक्षा का मुद्दा उठाया. उन्होंने सदन में दिल्ली कोचिंग हादसे के मुद्दे को भी उठाया. शशि थरूर ने कहा कि दिल्ली में बेसिक चीजें तक नहीं है. वहां यूपीएससी की तैयारी करने बच्चे जाते हैं, उनकी मौत हो जाती है.
कांग्रेस नेता ने उच्च शिक्षा पर कहा कि ऐसे कई छात्र हैं जो अच्छी शिक्षा की तलाश में हैं. उन्होंने कहा कि आईआईटी जैसे अच्छे संस्थानों में प्रवेश पाने वालों का प्रतिशत बहुत कम है. शशि थरूर ने कहा कि आईआईटी की प्रवेश दर आवेदकों का 0.08% है. तो आप एक ऐसे देश को देख रहे हैं जहां किसी भी संदेह से परे शिक्षा तक पहुंच का अभाव है.
भारत में बच्चों के जीवन पर सामाजिक प्रतिबंध- शशि थरूर (Parliament Monsoon Session)
शशि थरूर ने सदन में कहा, “ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस ने केरल में उन कारणों के बारे में एक अध्ययन किया कि छात्र प्रवासन की कोशिश क्यों कर रहे हैं: एक कारण जिसका हमने पहले ही उल्लेख किया है, और दूसरा निस्संदेह विदेशी परिसरों की तुलना में भारतीय परिसरों में शैक्षणिक स्वतंत्रता की सापेक्ष कमी है, साथ ही अधिक भी है. यहां बच्चों के जीवन पर सामाजिक प्रतिबंध हैं.”
उन्होंने सदन में सवाल किया कि क्या मंत्रालय इन कारणों से अवगत है जो हमारे छात्रों को प्रेरित कर रहे हैं, और मंत्रालय हमारे छात्रों को विदेश जाने के बजाय देश में ही रहने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए क्या कर रहा है?
के. सी वेणुगोपाल ने उठाया छात्रों के आत्महत्या का मुद्दा (Parliament Monsoon Session)
वहीं कांग्रेस महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने छात्रों के आत्महत्या का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि छात्र आत्महत्या देश में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है. दूसरे सदन में 2023 में मंत्री की ओर से जवाब दिया गया था. 2018-22 के बीच 5 साल में सिर्फ आईआईटी और आईआईएम जैसी उच्च शिक्षा में 80 छात्रों ने आत्महत्या की. इसका मुख्य कारण इन कॉलेजों में होने वाला जातिगत भेदभाव है. इन संस्थानों में एससी, एसटी और ओबीसी छात्रों के साथ अलग व्यवहार किया जा रहा है. यह उन बड़े मुद्दों में से एक है जिस पर तत्काल विचार किया जाना चाहिए. मुझे नहीं पता कि सरकार कोई कार्रवाई कर रही है या नहीं.
दिल्ली कोचिंग हादसे का जिक्र करते हुए के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि परसों दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की जान चली गई. इस कोचिंग सेंटर के पास कोई स्वीकृत भवन ही नहीं था. कुछ कोचिंग सेंटर माफिया बन गये हैं. उन्होंने सवाल किया कि सरकार उनके खिलाफ कब कोई कार्रवाई करेगी?
अखिलेश यादव ने कहा- बुल्डोजर कब चलेगा? (Parliament Monsoon Session)
समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली कोचिंग हादसे को दर्दनाक बताया और कहा कि प्लानिंग और एनओसी की जिम्मेदारी सभी अधिकारियों की है. उन्होंने सवाल उठाया कि इस घटना का जिम्मेदार कौन है. अखिलेश ने कहा कि हम यूपी में देखते हैं कि बुल्डोजर चलता है. आपके माध्यम से ये जानना चाहता हूं कि इस इलीगल बिल्डिंग पर ये सरकार बुल्डोजर चलवाएगी या नहीं चलवाएगी.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि 27 जुलाई को दिल्ली के राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया, जिससे 3 छात्रों की मौत हो गई. छात्रों की मौत के बाद दिल्ली में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्याकि हिरासत में भेज दिया है.
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