Unemployment In India: लोकसभा चुनाव के बीच विपक्ष मोदी सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेर रहा है. हालात ये हैं कि इस मुद्दे पर मोदी सरकार को जवाब देते नहीं बन रहा है. इस बीच RTI के जरिए एक बड़े खुलासे ने देश में बेरोजगारी की स्थिति को उजागर किया है. दरअसल, RTI में आई जानकारी के अनुसार, इस समय देश में IIT से पढ़े छात्रों को रोजगार नहीं मिल रहा है, और हजारों छात्र पढाई पूरी करने के बाद भी बेरोजगार घूम रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, IIT संस्थानों में साल दर साल कैंपस प्लेसमेंट में गिरावट आ रही है. इस साल अभी तक 30 फीसदी से ज्यादा स्टूडेंट्स को जॉब नहीं मिल पाई है. RTI से मिली जानकारी के अनुसार, देश के IIT के सभी 23 कैंपस में इस साल यानी 2024 में करीब 38 फीसदी स्टूडेंट्स को अभी तक जॉब नहीं मिली है.
आईआईटी स्टूडेंट ने ही किया खुलासा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आईआईटी कानपुर के पूर्व स्टूडेंट धीरज सिंह द्वारा आरटीआई के जरिए मांगे गए आवेदन से पता चला है कि आईआईटी के सभी 23 कैंपस में लगभग 38% स्टूडेंट्स को अभी भी नौकरी नहीं मिली है. उनका कैंपस प्लेसमेंट नहीं हो पाया है.
इस साल 38% छात्रों को नहीं मिली नौकरी
रिपोर्ट के अनुसार,देश के कुल 23 IIT संस्थानों में 2022 में कैंपस प्लेसमेंट में 17900 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे लेकिन 14490 ही प्लेस्ड हुए. यानि 19% छात्र ऐसे रहे, जिन्हें नौकरी नहीं मिली. इसी प्रकार 2023 में 20000 स्टूडेंट्स कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुए, लेकिन 15830 स्टूडेंट्स ही प्लेस्ड हुए. यानि 21% छात्र ऐसे रहे, जिन्हें नौकरी नहीं मिली. वहीं, इस साल 2024 में कैंपस प्लेसमेंट में 21500 स्टूडेंट्स शामिल हुए लेकिन 13410 ही प्लेस्ड हुए. यानि 38% छात्र ऐसे रहे, जिन्हें नौकरी नहीं मिली.
मालूम हो कि देश के IIT संस्थानों में कठिन परीक्षा पास करने के बाद ही दाखिला मिलता है. होनहार स्टूडेंट्स ही IIT में दाखिला पाने की परीक्षा पास कर पाते हैं.लेकिन फिर आईआईटी संस्थानों से पास होने के बाद जब उन्हें नौकरी न मिले तो यह बेहद चिंतनीय है.
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