UP BJP

UP BJP में पड़ी फूट

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Clash in UP BJP: यूपी में भाजपा में फूट की खबरें हर रोज आ रही हैं. इस बीच निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के बेटे श्रवण निषाद को जान से मारने की धमकी मिली है. विधायक श्रवण निषाद ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. विधायक ने कहा कि मेरी जान को खतरा होने के बावजूद प्रशासन ने सुरक्षा हटाई है. श्रवण निषाद ने कहा कि सुरक्षा हटाकर प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है. मुझे पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. वहीं एक दूसरे भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने कार्यकर्ता से जान का खतरा बताया है.

योगी कैबीनेट में पड़ी फूट (UP BJP)

बता दें कि योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने योगी सरकार पर आरोप लगाया है कि उन्होंने श्रवण निषाद की सुरक्षा हटाने के मामले में कार्रवाई की बात कहने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया. संजय निषाद ने कहा कि अगर खतरा नहीं था सुरक्षा क्यों दी गई थी. बकायदा खतरे की एफआईआर भी है. फिर भी सुरक्षा हटा ली गई. उन्होंने कहा कि मैंने इस बात को लेकर सीएम योगी ने बातचीत भी की थी. उन्होंने कहा था कि हम देखेंगे, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. संजय निषाद ने कहा कि अधिकारी चाहते हैं कि निषाद नाराज हो जाए.

पहले भी मिली विधायक को जान से मारने की धमकी

गौरतलब है कि चौरी चौरा से विधायक श्रवण निषाद को पहले भी साल 2022 में जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. 2022 में विधायक के समर्थक सुधीर के पास एक कॉल आया था, जिसमें कहा गया था कि मैं जेल से धर्मवीर यादव बोल रहा हूं. चौरी चौरा के विधायक की हत्या करवाना चाह रहे हैं. सुधीर के जानकारी देने पर विधायक श्रवण निषाद ने तीन सितंबर की रात चौरी चौरा थाने में धर्मवीर यादव के खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही चौरी चौरा के विधायक श्रवण निषाद की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.

भाजपा विधायक (UP BJP) ने बताया जान का खतरा

दूसरी तरफ भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने बीजेपी कार्यकर्ता से ही जान का खतरा बताया है. बताया जा रहा है कि जिस शख्स से विधायक ने जान को खतरा बताया है, वह कभी विधायक का दाहिना हाथ हुआ करता था. चुनाव को लेकर दोनों में अनबन हो गई. जानकारी के मुताबिक, विधायक बहादुर सिंह ने राजीव रंजन की मर्जी के बिना अपनी पत्नी को जिला पंचायत का चुनाव लड़ाया था. इसी बात से विधायक बहादुर सिंह नाराज हो गए और दोनों में दूरियां आ गईं.

वहीं राजीव रंजन का कहना है कि विधायक बहादुर सिंह ने उनके खिलाप प्रोपगंडा रचा और कहा कि मैंने उन्हें जान से मारने की सुपारी ली है. जबकि मुझे खुद उनसे जान का खतरा है. राजीव ने कहा कि मेरे ऊपर जो भी मुकदमे हैं, वह विधायक के जरिए ही फर्जी तरीके से कराए गए हैं. बता दें कि राजीव रंजन खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताता है. उसके खिलाफ थाने में कई मुकदमे भी दर्ज हैं. वह पुराना हिस्ट्रीशीटर भी रहा है.


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