Lok Sabha Election News: शिवसेना(UBT) नेता और मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर सोमवार (08 अप्रैल) को कथित खिचड़ी घोटाले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहुंचे. दरअसल, कोरोना काल में हुए कथित खिचड़ी घोटाले में पूछताछ के लिए ईडी) ने अमोल कीर्तिकर को बुलाया था.
कोरोना काल में लगे थे घोटाले के आरोप
कथित खिचड़ी घोटाला का मामला कोविड के दौरान का है. आरोप है कि कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी बांटने के लिए दिए गए कॉन्ट्रैक्ट में गड़बड़ी हुई थी. लेकिन चुनाव से ठीक पहले विपक्षी नेता और लोकसभा उम्मीदवार पर यह कार्रवाई लोगों के मन में सवाल पैदा करती है. सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह सब कुछ बीजेपी सरकार के इशारे पर हो रहा है.
27 मार्च को भेजा गया था समन
दरअसल, ईडी की मंशा अमोल कीर्तिकर को इन चीजों में उलझा चुनाव से ध्यान भटकाना है. आपको जानकार हैरानी होगी कि ईडी की तरफ से केस में पूछताछ के लिए अमोल कीर्तिकर को 27 मार्च को समन भेजा गया था. यहां गौर करने वाली बात ये थी कि उद्धव ठाकरे के गुट वाली शिवसेना के उन्हें मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाए, इसके कुछ घंटों के भीतर ही उन्हें जांच एजेंसी का बुलावा आ गया.
मैं डरा हुआ नहीं हूं: अमोल कीर्तिकर
यही वजह रही कि शिवसेना ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग की बात दोहराई. अमोल गजानन कीर्तिकर के बेटे हैं, जो मुंबई नॉर्थ वेस्ट से सांसद हैं. इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अमोल कीर्तिकर ने साफ़ कर दिया है मैं डरा हुआ नहीं हूं और मैंने जरूरी तैयारियां की हुई हैं. इस तरह वह ईडी के जरिए भेजे गए समन के बाद आज उसके दफ्तर पहुंच गए हैं.
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