हाल फिलहाल में यूपी से कई ऐसे मामले आये हैं, जब पीड़ित अपने लिए न्याय की गुहार लगाते लगाते थक गए और आखिरकार खुद को आग के हवाले कर लिया. ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है, जहां सुनवाई ना होने से नाराज एक पीड़ित ने एसपी ऑफिस में खुद को आग लगा ली. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
इस मामले को सपा समेत कांग्रेस ने भी उठाया है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने इस मामले को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि शाहजहांपुर में चोरी की FIR दर्ज करवाने के लिए एक व्यक्ति बार बार एसपी ऑफिस के चक्कर काट रहा था. लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद पीड़ित ने तंग आकर खुद को आग लगा ली. मोदी ‘परिवार’ के राज में इस तरह की घटनाएँ आम हो गई हैं. पुलिस अपनी मनमर्ज़ी पर उतर आई है और मोदी का परिवार चुनाव प्रचार में मस्त है. प्रदेश की जनता को राम भरोसे कर दिया गया है.
उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मामले पर कहा है कि शाहजहाँपुर में पिकप चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज न करने से आहत जिस युवक ने SP ऑफिस के सामने पहुंच कर आग लगाई है, उसको तत्काल सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधा दी जाए और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुक़दमा दर्ज कर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाए.
क़ानून-व्यवस्था की दुर्गत
जब FIR इतनी कम होती हैं तब तो NCRB की रिपोर्ट में उप्र की क़ानून-व्यवस्था की इतनी दुर्गत दिखाई देती है.अगर सच में हर अपराध की रिपोर्ट लिखाई जाए तो पता नहीं उप्र में तथाकथित अमृतकाल ही शर्म से आत्मदाह न कर ले.
जानें पूरा मामला
दरअसल पीड़ित की पिकअप गाड़ी एक दबंग ने छीन ली थी और पीड़ित लगातार एसपी से न्याय की गुहार लगा रहा था. न्याय न मिलने पर उसने खुद को आग लगा ली. फिलहाल गंभीर हालत में युवक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. आग लगाने के बाद पीड़ित काफी देर तक एसपी ऑफिस में आग की लपटों में घिरा रहा. उस वक्त एसपी भी अपने दफ्तर में मौजूद थे. व्यक्ति के आग लगाने जाने के बाद उसके बच्चे पापा-पापा चिल्लाते रहे और लोगों से बचाने की गुहार लगाते रहे.