Indian citizen Mohammad Asfan
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो साल से अधिक हो चुके हैं. अब तक इस जंग में हजारों सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं. अब भारत के लिए भी इस युद्ध से दुखद खबर आई है. जंग में मजबूरन रूसी सेना के लिए लड़ते हुए एक भारतीय नौजवान ने अपनी जान गंवाई है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो जंग में अपनी जान गंवाने वाला भारतीय नौकरी के लिए रूस गया था, जहां भारतीय युवक को युद्ध की आग में झोंक दिया गया.
भारतीय दूतावास ने की पुष्टि
भारतीय दूतावास से बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि विदेश मंत्रालय मृतक के परिवार और रूसी अधिकारियों के संपर्क में है. उनके पार्थिव शरीर को भारत भेजने का प्रयास किया जा रहा है. दूतावास ने बताया कि मृतक की पहचान मोहम्मद असफान के रूप में हुई है. इनकी मौत रूस और यूक्रेन के बीच लगभग दो साल से जारी हिंसक संघर्ष के बीच हुई.
कांग्रेस ने भी भारतीय युवक की मौत पर दुख व्यक्त किया है. कांग्रेस ने अपनी आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में लिखा है कि देश में बेरोजगारी के हाल समझिए. भारत के युवा बेरोजगारी से परेशान हैं. ऐसे में उनकी मज़बूरी का फायदा उठाकर उन्हें रूस और यूक्रेन के युद्ध में धकेला जा रहा है.
भारतीय नागरिक मोहम्मद असफान के साथ भी यही हुआ. उसे नौकरी का झांसा देकर रूसी सेना में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया. अब असफान की मौत हो चुकी है. रूस गए कई अन्य भारतीय नौजवानों को भी यूक्रेन के खिलाफ जंग में भेजे जाने की खबरें हैं. मोदी सरकार हमेशा की तरह ख़ामोश है. ख़ामोश तो होना ही है- नौजवानों को रोजगार दे नहीं पाए. उन्हें दी गई तो बस जुमलों की गारंटी.
गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय ने हाल ही में रूसी सेना में भारतीयों के फंसे होने की जानकारी देते हुए बताया था कि हम उन्हें निकालने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.