Kanchanjunga Express Accident: देश को एक बार फिर एक रेल हादसे ने झकझोर कर रख दिया है. सोमवार (17 जून ) को पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी के पास एक भीषण बड़ा रेल हादसा हुआ. इस हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन की मालगाड़ी से भिड़ंत हो गई.अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे में 15 लोगों की मौत हुई है. वहीं, 60 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं. ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है.
यह हादसा कितना भयावह था इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कंचनंजगा एक्सप्रेस का एक कोच मालगाड़ी पर चढ़ते हुए आसमान की ओर उठ गया. जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. जानकारी के अनुसार दोनों ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आ गई थीं, जिसके चलते यह हादसा हुआ है. इस घटना ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाया है. इस हादसे के बाद एक बार फिर विपक्ष ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को घेरा है.
राहुल गांधी ने जताया दुख
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. सभी शोकाकुल परिजनों को मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र से शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं. सरकार को सभी पीड़ितों या उनके परिवारों को तुरंत पूरा मुआवजा देना चाहिए.
राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव प्रयासों में हर संभव सहायता प्रदान करें. विगत 10 वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में हुई वृद्धि सीधा-सीधा मोदी सरकार के कुप्रबंधन और उपेक्षा का नतीजा है, जिसमें आए दिन यात्रियों के जान-माल का नुकसान होता है. आज की दुर्घटना इसी वास्तविकता का एक और उदाहरण है – एक ज़िम्मेदार विपक्ष के रूप में हम इस भयावह नजरंदाज़ी पर सवाल उठाते रहेंगे और मोदी सरकार को इन दुर्घटनाओं पर जवाबदेह बना कर रहेंगे.
मोदी सरकार के दस साल में हुए 63 रेल हादसे
गौरतलब है कि पिछले दस सालों में देश में कुल 63 रेल हादसे हुए हैं, जिनमें हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं. ये आंकड़ें इस बात की बानगी हैं कि मोदी सरकार ने भारतीय रेलवे पर कितनी गंभीरता के साथ ध्यान दिया है.