UP Elections: लोकसभा चुनाव 2024 में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी को भारी नुकसान हुआ. यहां से बीजेपी को जितनी ज्यादा उम्मीदें थी, उसे उतनी ही बुरी हार का सामना करना पड़ा. अब पार्टी यह जानने की कोशिश में जुटी है कि आखिर किन कारणों से उसे यूपी वासियों ने इस लोकसभा चुनाव में नकार दिया. इसी सिलसिले में यूपी में बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने शनिवार (22 जून) को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पहुंचकर एक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें यूपी में हुई बीजेपी की करारी हार के कारणों को बताया गया है.
यूपी में बीजेपी की हार के मुख्य कारण
यूपी में बीजेपी को मिली हार की मुख्य 5 वजहें सामने आई हैं, जिसमें लोकसभा चुनाव के दौरान अधिकारियों की मनमानी जैसे कारण शामिल हैं. इसके अलावा संविदा पर की जा रही भर्तियां और उनमें आरक्षण नहीं होने की वजह से लोगों के बीच असंतोष को भी यूपी में बीजेपी की हार का बड़ा कारण माना गया है. इसके साथ ही बीजेपी नेताओं का बार बार संविधान बदलने की बातें करना, चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नहीं होना और मतदाता सूची से नाम कटना जैसे अन्य कारण भी बताए गए हैं.
बीजेपी को नकार इंडिया गठबंधन को चुना
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में यूपी (UP Elections) की 80 सीटों में 33 सीटों पर ही बीजेपी को जीत मिली है. जबकि साल 2019 में बीजेपी ने यूपी की 62 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस बार के लोकसभा चुनाव में यूपी की जनता ने बीजेपी को नकार कर इंडिया गठबंधन को मौका दिया है. गौरतलब है कि यूपी में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था. इंडिया गठबंधन ने इस बार यूपी की कुल 43 सीटों पर जीत हासिल की है.
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