नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों (Kisan Andolan) ने गुरुवार 8 फरवरी 2024 को दिल्ली के लिए कूच शुरू कर दिया. हालांकि उन्हें बॉर्डर पर रोकने की भरसक कोशिश हुई. लेकिन उन्हें रोका न जा सका. गौरतलब है कि किसानों के उग्र प्रदर्शन के ऐलान को देखते हुए दिल्ली के सभी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा-व्यवस्था काफी पुख्ता की गई थी. लेकिन इससे प्रशासन को सफलता नहीं मिली.
संसद का घेराव करने का किसान कर चुके हैं ऐलान
किसानों ने साफ़ कर दिया है कि वह संसद का घेराव करेंगे. किसान, मुआवजा-नौकरी सहित कई मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान चप्पे-चप्पे पर कड़ा पहरा. चिल्ला बॉर्डर पर जाम के हालात हैं. किसानों का आरोप है कि NTPC ने अलग अलग किसानों को समान मुआवजे की जगह अलग अलग मुआवजा दिया गया. वहीं 81 गांव के किसान नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ धरना दे रहे हैं. किसानों की मांग है कि 10% प्लॉट नोएडा प्राधिकरण ने अपने नाम कर लिया है उसे वापस दे.
किसानों का आरोप
- NTPC के मुआवजे में एक नीति नहीं
- NTPC का अलग-अलग रेट पर मुआवजा
- नौकरी देने का वादा पूरा नहीं किया गया
- नोएडा अथॉरिटी ने 10% प्लॉट वापस लिए
- अंसल बिल्डर ने किसानों को मुआवजा नहीं दिया
किसानों के उग्र प्रदर्शन की वजह से गुरुवार सुबह आफिस के लिए निकले लोग जाम में फंस गए हैं और काफी देरी से ऑफिस पहुंचे. नोएडा-गाजियाबाद में जाम की स्थिति और विकराल होती जा रही है. पुलिस लगातार स्थिति को काबू करने में जुटी हुई है.