Rahul Gandhi
Rahul Gandhi in Kerala: कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार (18 अप्रैल) को कहा कि बीजेपी देश के प्रत्येक संस्थान पर नियंत्रण करके हमारे देश की प्रकृति को बदलना चाहती है. केरल के कन्नूर में जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और यूडीएफ हमारे सभी लोगों की कई भाषाओं, परंपराओं और इतिहास को स्वीकार करते हैं. लेकिन भाजपा भारत के लोगों पर ‘एक इतिहास, एक राष्ट्र और एक भाषा’ थोपना चाहती है.
राहुल गांधी ने कहा कि यह चुनाव हमारे आधुनिक इतिहास में पहली बार भारत के संविधान और हमारे देश की लोकतांत्रिक संरचना के बारे में है. आज भारत में भाजपा जो प्रयास कर रही है, वह प्रयास किसी भी राजनीतिक दल ने नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे देश की नींव है, जो हमारे लोगों को समान अधिकार और अवसर प्रदान करता है. यह हमारे देश की संस्थाओं द्वारा संरक्षित है. इनमें से प्रत्येक संस्थान पर नियंत्रण करके भाजपा हमारे देश की प्रकृति को बदलने का प्रयास कर रही है.
मणिपुर पर बोले राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi in Kerala) ने इस दौरान मणिपुर का भी मुद्दा उठाया. उन्होने कहा कि मैं मणिपुर गया और मैतेई और कुकी, दोनों समुदायों से मिलाॉ. वे एक दूसरे से बात नहीं करते. उनके बीच कोई बातचीत नहीं होती. जीवन में पहली बार मुझे यह अनुभव हुआ. राहुल ने कहा कि मणिपुर में आग जल रही है. लोग अभी भी मर रहे हैं. पर पीएम मोदी एक बार भी वहां नहीं गए. राहुल गांधी ने सवाल किया कि क्या पीएम मणिपुर जाकर दौरा नहीं कर सकते?
आगे राहुल गांधी ने सवाल करते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री ने भारतीय मुद्रा को बंद करने से पहले किसानों और मजदूरों से पूछा था कि उनका क्या होगा? उन्होंने कहा कि जब कोविड भारत पर हमला कर रहा था और लाखों लोग मर रहे थे. वहां कोई ऑक्सीजन या वेंटिलेटर नहीं था और प्रधान मंत्री ने कहा- थाली बजाओ. क्योंकि वह भारत को नहीं समझते हैं और बिना किसी से पूछे निर्णय लेते हैं, आप (पीएम मोदी) देश को जबरदस्त नुकसान पहुंचा रहे हैं.
बीजेपी भारत को बांट रही- राहुल गांधी
इसके साथ ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi in Kerala) ने कहा कि बीजेपी भारत को लोगों को आपस में बांटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने इस बात को एक गुलदस्ते के उदाहरण से समझाया. राहुल गांधी ने कहा कि भारत फूलों के गुलदस्ते की तरह है, और केरल भी ऐसा ही है. प्रत्येक फूल अद्वितीय है और उसकी एक अलग अभिव्यक्ति है, और जब आप इन फूलों को मिलाते हैं, तो वे और अधिक सुंदर हो जाते हैं. कल्पना कीजिए अगर मैं कहूं कि गुलदस्ते में केवल सफेद फूल होंगे, बिना पत्तों और कांटों के. भाजपा भारत में यही करने की कोशिश कर रही है. यह सर्वथा अज्ञानपूर्ण कार्य है. इससे पता चलता है कि वे भारत को नहीं समझते.
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