UP Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को कड़ा सबक सिखाया है. अब यूपी में समाजवादी पार्टी बीजेपी से आगे निकल चुकी है. एक तरह जहां यूपी में बीजेपी महज 33 सीटों पर सिमट गई, तो वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर कमाल कर दिया. सपा और कांग्रेस ने यूपी में 43 सीट जीत भाजपा को घुटने के बल ला दिया.
अब इस बुरे प्रदर्शन के बाद बीजेपी ने खुद की गिरेबान में झांकने के बावजूद अपने सहयोगियों पर सवाल उठाए हैं. नतीजे आए अभी चौबीस घंटे भी नहीं हुए, बीजेपी नेता अपनी हार का ठीकरा सहयोगियों पर फोड़ने लगे. योगी सरकार के मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा है कि हमको बड़बोलेपन का नुकसान हुआ है.
धर्मवीर प्रजापति ने ये बातें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर और निषाद पार्टी के नेता और मंत्री संजय निषाद को लेकर दिया है.
संविधान और आरक्षण रहा बड़ा मुद्दा
हालांकि, इन सब के बीच धर्मवीर प्रजापति ने यह भी स्वीकार किया कि इस चुनाव में संविधान और आरक्षण का मुद्दा बहुत बड़ा था, जिसपर जनता ने बीजेपी के खिलाफ वोट किया. प्रजापति ने कहा कि पश्चिम से पूर्वांचल तक की बैठकों में मैंने जो महसूस किया कि विपक्ष के संविधान और आरक्षण के मुद्दे ने पिछड़े और अनुसूचित वर्ग को हमसे दूर किया. हम आत्मविश्वास में थे लेकिन कार्यकर्ताओं में मायूसी थी.
योगी को साइड लाइन करना पड़ा भारी
यूपी की जनता को इस चुनाव में समझ आ गया कि इस बार बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को सबक नहीं सिखाया गया तो इनका तानाशाही बढ़ता जाएगा. बीजेपी के कोर वोटर्स को समझ गया कि अगर इस बार बीजेपी सरकार आई तो मध्यप्रदेश से शिवराज सिंह चौहान के तर्ज पर योगी आदित्यनाथ को भी साइडलाइन कर दिया जाएगा.
केजरीवाल के भाषण का दिखा असर
वहीं कुछ लोगों का मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भविष्यवाणी वाला बयान काम कर गया. केजरीवाल ने ऐन चुनावों के बीच कहा था कि बीजेपी फिर आई तो योगी को मुख्यमंत्री पद से हटा देगी.
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