Hathras Stampede: हाथरस में सत्संग के बाद मचे भगदड़ से अब तक 121 लोगों की मौत हुई है. भोले बाबा (Bhole Baba) उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग में यह घटना हुई. हादसे के बाद से बाबा का कोई पता नहीं था. अब घटना के पूरे 24 घंटे बाद बाबा का बयान आया है, जिसमें उन्होंने अपने वकील द्वारा लिखित में कहा है कि मेरे निकलने के बाद हादसा हुआ है. बाबा का कहना है कि असामाजिक तत्वों ने भगदड़ मचाई है और वह इन लोगों के खिलाफ एक्शन लेंगे.
कौन है भोले बाबा? Who is Bhole Baba?
भोले बाब उर्फ नारायण साकार हरि का असली नाम सूरज पाल है. वह कासगंज जिले के बहादुर नगर के रहने वाले हैं. वह यूपी पुलिस की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट में हेड कांस्टेबल थे. सूरज पाल 1990 के दशक के अंत में नौकरी से इस्तीफा दे दिया फिर अपना नाम बदलकर नारायण साकार हरि रख लिया. नारायण हरि खुद को हरि का शिष्य कहते हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनके काफी अनुयायी हैं. बहादुर नगर में आश्रम स्थापित करने के बाद से ही भोले बाबा की प्रसिद्धि बढ़ी और लाखों लोग उनके अनुयायी बन गए.
23 साल पहले हुए थे गिरफ्तार
सूरज पाल उर्फ नारायण हरि को आज से 23 साल पहले साल 2000 में गिरफ्तार किया गया था. बाबा को आगरा पुलिस ने अपनी गोद ली हुई बेटी हुई पुनर्जीवित करने के लिए जादुई शक्तियां होने का दावा करने के लिए गिरफ्तार किया था. इंडिया डुटे की रिपोर्ट के मुताबिक, पाल के खिलाफ ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम, 1954 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था. बाबा के साथ उनके अनुयायियों द्वारा श्मशान घाट पर हंगामा करने के बाद उन्हें 6 अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था. हालांकि सबूतों के अभाव में बाद में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया.
भतीजी को लिया था गोद
एक प्रत्यक्षदर्शी पंकज ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि सूरज पाल की कोई औलाद नहीं थी. इसलिए उन्होंने अपनी भतीजी को गोद लिया था. लड़की को कैंसर था. एक दिन लड़की बेहोश हो गई, जिसके बाद बाबा के अनुयायियों ने दावा किया बाबा चमत्कार से लड़की को ठीक कर देंगे. कुछ देर बाद लड़की को होश आ गया, लेकिन कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई. लड़की की लाश को श्मशान घाट ले जाया गया, लेकिन बाबा के अनुयायी इस बात पर अड़ गए कि बाबा आएंगे और लड़की को वापस जिंदा कर देंगे. बाबा के अनुयायी श्मशान घाट पर हंगामा करने लगे, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इसके बाद बाबा और उनके 6 अनुयायियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
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