स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) से संबंधित जानकारी चुनाव आयोग को प्रदान कर दिया है. इस बात की जानकारी SBI के चेयरमैन ने सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल करते हुए दिया है. हलफनामे में बताया गया है कि शीर्ष अदालत के आदेश का पालन करते हुए, प्रत्येक चुनावी बॉन्ड की खरीद की तारीख, खरीदार का नाम और खरीदे गए चुनावी बॉन्ड का मूल्य चुनाव आयोग को प्रदान किया गया है.
इसमें दिए गए ब्योरे के अनुसार, एक अप्रैल 2019 से 11 अप्रैल 2019 के बीच बैंक से कुल 3346 इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे गए और इनमें से 1609 बॉन्ड भुनाए गए. वहीं 12 अप्रैल 2019 और 14 अप्रैल 2024 के बीच 18871 इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे गए लेकिन इस अवधि में 20,421 बॉन्ड को बैंक में भुनाया गया. अप्रैल 2019 से इस साल 15 फरवरी के बीच कुल 22217 इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे गए और 22030 बॉन्ड्स को राजनीतिक दलों ने भुनाया.
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मिलेगी पूरी जानकारी
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत इलेक्टोरल बॉन्ड की विस्तृत जानकारी 15 मार्च शाम पांच बजे तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी. गौरतलब है कि 11 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने स्टेट बैंक की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें बैंक ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी करने के लिए 30 जून तक का समय मांगा था.
कोर्ट ने बैंक को लगाई थी फटकार
इस समय तक देश में लोकसभा चुनाव हो चुके होंगे. लेकिन कोर्ट ने बैंक की इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि बैंक 12 मार्च की शाम तक ये डेटा चुनाव आयोग को दे. अब स्टेट बैंक ने कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए मंगलवार की शाम को डेटा चुनाव आयोग को दे दिया है.
SBI के हलफनामे में क्या-क्या?
- कुल 22,217 चुनावी बांड खरीदे गए और उनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों द्वारा भुनाया गया.
- 1 अप्रैल से 11 अप्रैल 2019 के बीच कुल 3,346 चुनावी बांड खरीदे गए और उनमें से 1,609 को भुनाया गया.
- 12 अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 के बीच कुल 18,871 चुनावी बांड खरीदे गए और 20,421 भुनाए गए.
Also Read: Sonam Wangchuk Strike: लद्दाख के लिए भूख हड़ताल पर बैठे सोनम वांगचुक, प्रियंका गांधी ने उठाई आवाज
Also Read: “मोदी नहीं चाहते कि गरीबों को इस देश में भागीदारी मिले”, महाराष्ट्र में बोले राहुल गांधी