Baba Ramdev
Supreme Court Notice To Baba Ramdev: बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़तीं जा रहीं हैं. मंगलवार (19 मार्च 2024) को सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि मामले (बीमारियों के इलाज वाले भ्रामक विज्ञापन का मामला) में सुनवाई करते हुए बाबा रामदेव को अवमानना नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है.
कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद के कथित भ्रामक विज्ञापन को लेकर यह आदेश सुनाया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी योगगुरु रामदेव को नोटिस जारी कर कोर्ट में बुलाया था. कोर्ट ने तीन सप्ताह के भीतर पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजिंग डायरेक्टर बालकृष्ण और योगगुरु रामदेव से जवाब मांगा था. इसके अलावा सुपरीम कोर्ट ने संस्था के विज्ञापन प्रकाशित करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था. दरअसल इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका फाइल कर कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद के विज्ञापन झूठा दावा करने वाले और भ्रामक हैं.
बाबा रामदेव को परिणाम भुगतने होंगे
कोर्ट में हाजिर ना होने पर नाराज सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इसके परिणाम भुगतने होंगे.मालूम हो कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने योग गुरु रामदेव को नोटिस जारी कर अदालत में बुलाया था. 27 फरवरी 2024 को हुई सुनवाई में कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजिंग डायरेक्टर बालकृष्ण और रामदेव से तीन सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था.इसके साथ ही भ्रामक विज्ञापन पर रोक भी लगा दी थी. लेकिन रामदेव और बालकृष्ण की तरफ से कोई जवाब अदालत को नहीं मिला.
कोर्ट में क्या कुछ हुआ ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में दोनों पक्षों के वकील मौजूद रहे. सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद के वकील मुकुल से पूछा कि आपने अभी तक जवाब क्यों दाखिल नहीं किया. अब आपके मुवक्किल को अदालत में पेश होने के लिए कहेंगे. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अब हम रामदेव को भी पक्षकार बनाएंगे और दोनों को अदालत में पेश होने को कहेंगे.