कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने बुधवार को एमएसपी को लेकर मोदी सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि कल शाम से सरकार द्वारा एक भ्रामक और खतरनाक तर्क दिया जा रहा है कि MSP के लिए ₹11 लाख करोड़ की आवश्यकता होगी, जो कि वित्तीय रूप से अव्यवहारिक है. जबकि सच्चाई इससे बहुत दूर है.
क्यों जरूरी है MSP?
सबसे पहले एमएसपी की महत्ता समझाते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार कृषि उपज का केवल एक अंश ही खरीदती है जो उसके बफर स्टॉक के लिए होता है. MSP यह सुनिश्चित करता है कि अधिकांश खरीद बाजार के उचित मूल्य पर हो. भारत का कृषि बाजार बेहद खंडित और असममित है और इस तरह के अपूर्ण बाजार में, मूल्य निर्धारण को स्थिर करने के लिए MSP जैसे हस्तक्षेप की आवश्यकता है. यह मूल्य हस्तक्षेप बाज़ार सुधार के लिए और कीमतों को स्थिर करने के लिए आवश्यक है.
क्या करता है एमएसपी?
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि MSP न्यूनतम मूल्य है और इसकी गारंटी ही बाजार मूल्य को न्यूनतम मूल्य से ज्यादा पर सुनिश्चित करती है. MSP यह सुनिश्चित करता है कि कीमत में गिरावट के कारण कोई भी अनाज भारी नुकसान पर न बेचा जाए. यह किसानों को मूल्य में जबरदस्त आयी गिरावट से बचाता है.
इसका मतलब है कि किसानों को बड़े स्टॉकिस्टों को कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा, जो किसानों से कम कीमत पर खरीद कर, उपज की जमाखोरी करते हैं और कीमतें बढ़ने पर इसे बाज़ार में बेच कर बड़ा मुनाफ़ा कमाते हैं.
मोदी सरकार पर साधा निशाना
सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए आगे कहा कि असल में मोदी सरकार कोई फर्र नहीं पड़ता कि अनुचित कीमतों की वजह से किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ता है और बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या करते हैं. बाजार में प्रभावी ढंग से हस्तक्षेप करके ना सिर्फ मूल्य स्थिर बल्कि मजदूरी के दाम को भी बेहतर किया जा सकता है.
Also Read-
Paytm: पेटीएम का संकट कितना गहरा है, जानें कैसे आए कंपनी के बुरे दिन
Watch: पहले दिन करीब 100 किसान हुए घायल, राहुल गांधी ने जाना घायलों का दर्द