Boycott Online Attendance: उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी को लेकर शिक्षकों का आक्रोश जारी है. शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति का बहिष्कार कर रहे हैं. खासकर, बस्ती जनपद के शिक्षकों ने प्रदेश की योगी सरकार के इस फैसले का विरोध किया है. शिक्षकों का कहना है कि जनपद में किसी भी शिक्षक द्वारा ऑनलाइन हाजिरी दिये जाने की सूचना नहीं दी गई है. बता दें कि यूपी के प्राइमरी स्कूलों में कल यानी 8 जुलाई से डिजिटल अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था शुरू की गई है.
काली पट्टी बांधकर पहुंचे शिक्षक
योगी सरकार के खिलाफ डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षक बड़े आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं. शिक्षक पहले ही दिन से सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. बीते सोमवार को यूपी के कई स्कूलों के शिक्षक काली पट्टी बांधकर स्कूल पहुंचे थे. डिजिटल अटेंडेंस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर जिलाध्यक्ष चन्द्रिका सिंह के नेतृत्व में हुई. बैठक में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति पर असहमति तथा 31 दिन की ईएल, 15 दिन की सीएल, 15 दिन की आधी सीएल, चिकित्सा प्रतिपूर्ति तथा पुरानी पेंशन बहाली आदि मुद्दों पर चर्चा की गई.
जिला अध्यक्ष चंद्रिका सिंह ने बताया कि प्रदेश के 6 लाख शिक्षकों ने सरकार द्वारा जारी ऑनलाइन अटेंडेंस का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया और मांग की है कि शिक्षकों को भी अन्य विभागों की तरह सुविधाएं दी जाएं. जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस का बहिष्कार करेंगे.
दरअसल, यूपी में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षकों, कर्मचारियों और बच्चों की डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था 15 जुलाई से लागू होनी थी. लेकिन, डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था एक सप्ताह पहले 8 जुलाई से ही लागू कर दी गई. सरकार द्वारा शुरू की कई इस डिजिटल व्यवस्था में मात्र 15 मिनट में उपस्थिति दर्ज करानी होगी. यदि 1 मिनट की भी देरी हुई तो शिक्षकों का पूरे दिन का वेतन काट लिया जाएगा. इसी कारण प्रदेश भर के शिक्षक डिजिटल अटेंडेंस का विरोध कर रहे हैं.
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